हिमाचल प्रदेश के नूरपुर बाइपास का निर्माण दो साल बीतने के बाद भी अधूरा है। इस देरी के कारण स्थानीय निवासियों को भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। निर्माण कार्य की धीमी गति और प्रशासनिक अनदेखी से नूरपुर के लोगों में निराशा बढ़ रही है।
बाइपास का निर्माण क्षेत्रीय यातायात के दबाव को कम करने और सुगम यातायात व्यवस्था प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। हालांकि, अधूरी परियोजना के कारण यातायात जाम और सड़क सुरक्षा की समस्याएं बनी हुई हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अधूरे बाइपास के कारण उनकी दैनिक यात्रा में बाधाएं आ रही हैं। प्रशासन का दावा है कि निर्माण में देरी की वजह भूमि अधिग्रहण और मौसम संबंधी दिक्कतें हैं। हालांकि, सरकार ने निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया है।
नूरपुर बाइपास के शीघ्र निर्माण की मांग स्थानीय निवासियों और व्यापारियों के लिए एक अहम मुद्दा बन चुकी है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस परियोजना को कब तक पूरा करता है।