केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा. जितेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान में देश की स्थापित परमाणु ऊर्जा क्षमता 8180 मेगावाट है, जो अगले सात वर्षों में तीन गुना बढ़कर 22480 मेगावाट हो जाएगी। यह जानकारी उन्होंने सांसद डा. सिकंदर कुमार के सवाल के लिखित जवाब में संसद में दी। डा. सिंह ने कहा कि 2070 तक भारत के नेट जीरो ऊर्जा संक्रमण पर विभिन्न अध्ययन ने यह अनुमान व्यक्त किया है कि 2047 तक देश की परमाणु ऊर्जा क्षमता एक लाख मेगावाट तक पहुंचनी चाहिए।
सांसद डा. सिकंदर कुमार ने राज्यसभा में प्रधानमंत्री से सवाल किया था कि क्या सरकार ने 2047 तक 100 गीगावाट परमाणु ऊर्जा क्षमता हासिल करने का लक्ष्य तय किया है और क्या हिमाचल प्रदेश में नवीकरणीय ऊर्जा के समेकन के लिए परमाणु ऊर्जा जैसे वैकल्पिक स्रोतों के भंडारण के लिए पर्याप्त अवसंरचना बनाई जा रही है। साथ ही, क्या देशभर में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के आधुनिकीकरण के लिए नए उपाय किए जा रहे हैं। इसके जवाब में केंद्रीय राज्य मंत्री ने बताया कि परमाणु ऊर्जा एक आधारभूत ऊर्जा स्रोत है, और ग्रिड में एकीकरण के लिए अतिरिक्त बुनियादी ढांचे की आवश्यकता नहीं है।