केंद्र सरकार ने हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में 4.140 किलोमीटर लंबी जलोड़ी पास सुरंग को मंजूरी दी है। यह सुरंग सालभर NH-305 को चालू रखेगी और 70 गांवों को ऑल-वेदर कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
केंद्र सरकार की सौगात: जलोड़ी पास सुरंग को मिली मंजूरी
central government ने हिमाचल प्रदेश को बड़ी सौगात देते हुए कुल्लू जिले के औट और सैंज के बीच जलोड़ी पास सुरंग के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह सुरंग 4.140 किलोमीटर लंबी होगी और साल के 12 महीने एनएच-305 को खुला रखने में मददगार साबित होगी। इस सुरंग तक पहुंचने के लिए 2,100 मीटर का अप्रोच रोड भी बनाया जाएगा।
सर्दियों के मौसम में, ऊंचे इलाकों, खासकर 10,800 फुट ऊंचे जलोड़ी दर्रे पर भारी बर्फबारी के कारण यह राजमार्ग तीन महीने तक बंद रहता है। प्रस्तावित सुरंग न केवल ऑल-वेदर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी, बल्कि Sainj-Luhri-Anni-Jalori-Aut route पर यात्रा की दूरी भी काफी कम करेगी। इस सुरंग के निर्माण से कुल्लू जिले के लगभग 70 गांवों को फायदा मिलेगा।
यह फैसला दिल्ली में आयोजित Ministry of Road Transport and Highways की बैठक में लिया गया। हिमाचल प्रदेश के लिए यह दूसरा बड़ा तोहफा है। इससे पहले, भुभूजोत सुरंग को रक्षा मंत्रालय ने मंजूरी दी थी। भुभूजोत सुरंग से कुल्लू जिले के दुर्गम इलाकों तक पहुंचना आसान होगा और डिफेंस पर्पज के लिए सैन्य वाहन भी आसानी से चीन सीमा तक पहुंच सकेंगे।
कांगड़ा और चंबा के लिए उम्मीदें बढ़ीं
जलोड़ी जोत और भुभूजोत सुरंग को मंजूरी मिलने के बाद, अब कांगड़ा और चंबा जिलों के बीच प्रस्तावित सुरंगों पर चर्चा शुरू हो गई है। होली-उतराला सुरंग को लेकर एक बार फिर आवाज उठाई गई है। इस बार Rajya Sabha MP Indu Goswami ने इस मुद्दे को प्रमुखता दी है। वहीं, दूसरी सुरंग चंबा और चुवाड़ी के बीच प्रस्तावित है।
चंबा और भरमौर के लोग इन सुरंगों का लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं। अब जलोड़ी और भुभूजोत सुरंग की मंजूरी के बाद, इन जिलों के लोगों की आशाएं और अधिक बढ़ गई हैं। इन सुरंगों के निर्माण से क्षेत्र की कनेक्टिविटी और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट में बड़ा सुधार होगा।