केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री, गजेंद्र सिंह शेखावत ने कांगड़ा के लोकसभा सदस्य डॉ. राजीव भारद्वाज को एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि केंद्र सरकार ने मां चिंतपूर्णी मंदिर को प्रसाद योजना के तहत विकसित करने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत, तीर्थयात्रियों को बेहतर ढांचागत सुविधाएं दी जाएंगी। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार ने अब तक केंद्रीय मंत्रालय को इस विकास कार्य के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
इसके अतिरिक्त, केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बताया कि युवा सहकार योजना के तहत हिमाचल प्रदेश की किसी भी सहकारी समिति से कोई प्रस्ताव प्राप्त नहीं हुआ है।
माता चिंतपूर्णी मंदिर को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा विकसित करने की योजना बनाई गई है। यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित है और देशभर में अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय इस मंदिर और इसके आसपास के क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से और अधिक आकर्षक बनाने के लिए विभिन्न विकासात्मक योजनाओं पर काम करेगा।
इसके अंतर्गत मंदिर परिसर में सुविधाओं का विस्तार, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, पर्यटकों के लिए ठहरने की सुविधाएं, सड़क और परिवहन सुविधाओं में सुधार, साथ ही स्वच्छता और सुरक्षा के उपायों को बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। इससे न केवल तीर्थयात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा और राज्य के पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल मंदिर के धार्मिक महत्व को और भी बढ़ाने में मदद करेगी, साथ ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस स्थल को एक प्रमुख पर्यटन गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करेगी।