Site icon Thehimachal.in

नूरपुर फोरलेन प्रोजेक्ट में अनिश्चितता; तय समय बीतने के बाद भी नहीं हुआ पूरा, लोगों में संशय

noorpur-foorlan-project-completion-uncertainty

उपमंडल नूरपुर के कंडवाल से लेकर भेड़ खड्ड तक बन रहे फोरलेन सडक़ मार्ग के पूरा होने की तारीख पर अभी भी संशय बना हुआ है। यह निर्माण कार्य 22 मई 2022 को शुरू हुआ था और इसे मई 2024 तक पूरा किया जाना था, लेकिन निर्धारित समय के आठ महीने बाद भी इसका कोई ठोस पूरा होने का समय सामने नहीं आया है। वर्तमान में यह मार्ग कंडवाल से जसूर तक पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है, और जसूर में बन रहे एलिवेटिड फ्लाईओवर और नूरपुर बाइपास का काम भी ठप पड़ा है। इसके अलावा नूरपुर से भेड़ खड्ड तक के फोरलेन का निर्माण अधूरा पड़ा है, जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। खासकर, खुशीनगर से लेकर नागनी तक निर्माण कार्य रुका हुआ है, और यहां पर काम में तेजी लाने की जरूरत है।

वृंदावन, नागनी, भड़वार, खज्जियां, जौंटा और भेड़ खड्ड में भी निर्माण कार्य बाकी है, जिनमें से कुछ स्थानों पर एक ओर की टू लेन पूरी हो चुकी है, जबकि दूसरी ओर की लेन अधूरी पड़ी है। कई स्थानों पर पक्की टू लेन बनी हुई है, लेकिन कलवर्ट निर्माण या खराब सडक़ों के कारण वाहन चालकों को अचानक ब्रेक लगाने पड़ते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विकास सुरजेवाला ने बताया कि इस मार्ग का निर्माण दिसंबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

निर्माणाधीन फोरलेन पर सुरक्षा नियमों का पालन न होने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि हो रही है। अब तक 42 दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 10 लोगों की जान जा चुकी है। लोग इस मार्ग के निर्माण कार्य को जल्द पूरा करने की मांग कर रहे हैं। इसके अलावा, निर्माण के कारण सडक़ की खराब स्थिति और उड़ती धूल से भी लोग परेशान हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना और अधिक बढ़ रही है। इसके अलावा, कई स्थानों पर उबड़-खाबड़ सडक़ों के कारण वाहन चालकों को तकनीकी समस्याएं भी आ रही हैं, जिससे वाहन रखरखाव पर अतिरिक्त खर्च बढ़ रहा है।

Exit mobile version