मंडी के बगलामुखी मंदिर से जुड़ा रोप-वे मंगलवार को आम जनता के लिए खुल जाएगा, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्रिहोत्री भी मौजूद रहेंगे। यह रोप-वे सरकारी क्षेत्र में बना पहला रोप-वे है, जिसकी लागत 53.89 करोड़ रुपए आई है और इसे नाबार्ड की सहायता से तैयार किया गया है। इसका शिलान्यास 6 फरवरी 2022 को किया गया था और निर्माण कार्य 31 अक्टूबर 2024 तक पूरा किया गया। यह 800 मीटर लंबा रोप-वे प्रति घंटे 600 लोगों को यात्रा की सुविधा प्रदान करेगा, इसकी स्पीड छह मीटर प्रति सेकंड होगी। इसका निर्माण आस्ट्रिया की एक कंपनी द्वारा किया गया है।
इस रोप-वे के खुलने से पंडोह और बगलामुखी मंदिर के बीच यात्रा करने वाले स्थानीय लोगों को विशेष सुविधा मिलेगी। रोप-वे का किराया स्थानीय निवासियों के लिए कम रखा गया है, जिससे वे केवल 30 रुपए में यात्रा कर सकेंगे। यह फैसला रोप-वे के निर्माण के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया था, जिसमें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी गई है।
सामान्य रूप से यात्रा करने वाले लोगों के लिए किराया 250 रुपए दोनों तरफ का होगा, जबकि एक तरफ यात्रा करने वालों के लिए 175 रुपए किराया तय किया गया है। 10 साल तक के बच्चों के लिए किराया आधा होगा, और पांच साल तक के बच्चों के लिए यात्रा मुफ्त रहेगी।