सोमवार से एक बार फिर भोटा स्थित राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल मरीजों के लिए खुल जाएगा। इस संबंध में ब्यास प्रबंधन ने अस्पताल प्रशासन को आदेश जारी किए हैं। आदेशों के अनुसार, सिकंदरपुर स्थानांतरित किए गए स्टाफ को भी अस्पताल में अपनी ड्यूटी पर लौटने के निर्देश दिए गए हैं। अस्पताल के प्रशासक जितेंद्र जग्गी ने यह जानकारी दी है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने रविवार को शिमला स्थित ओक ओवर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास चैरिटेबल अस्पताल की भूमि हस्तांतरण से जुड़े मामले पर चर्चा के लिए एक बैठक आयोजित की। बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लैंड सीलिंग एक्ट में संशोधन के लिए विधेयक का मसौदा तैयार किया जाए और इसे विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन पेश किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस अस्पताल को कार्यशील बनाए रखने और आसपास के निवासियों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि चैरिटेबल अस्पताल की भूमि से जुड़ा यह मामला पिछले एक दशक से लंबित है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी 2019 में इस पर चर्चा हुई थी, और राधा स्वामी सत्संग ब्यास ने उस समय भी राहत की मांग की थी। बैठक में विधायक सुरेश कुमार, कमलेश ठाकुर, अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार चंद शर्मा, महाधिवक्ता अनूप रतन और विधि सचिव शरद कुमार लगवाल उपस्थित थे।