हिमाचल प्रदेश की महिलाओं ने टीबी जैसी गंभीर बीमारी को हराकर अपने जीवन को नई दिशा दी है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में 90 फीसदी टीबी मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं, जबकि शेष 10 फीसदी मरीजों का इलाज जारी है। राज्यव्यापी अभियान के दौरान शिमला में 1800 मरीजों की पहचान की गई थी, जिनमें से 1620 मरीज अब पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं। इस सफलता के पीछे स्वास्थ्य विभाग की प्रतिबद्धता और नवीन तकनीकों का अहम योगदान है।
टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए विभाग ने हाल ही में पोर्टेबल टीबी एक्सरे मशीन लांच की है, जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री ने किया। यह मशीन शुरुआती चरण में चंबा में स्थापित की गई है और भविष्य में इसे अन्य जिलों में भी लगाया जाएगा। पोर्टेबल मशीन मरीजों को अस्पतालों के चक्कर लगाने की जरूरत खत्म कर देती है और टीबी की पहचान को आसान बनाती है।