शिक्षक भर्ती में मैट्रिक्स फार्मूला लागू, कार्यकारी परिषद का अहम फैसला

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शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में अब मैट्रिक्स फार्मूला लागू किया जाएगा, जिसका निर्णय कार्यकारी परिषद की हाल ही में हुई बैठक में लिया गया। इस फैसले के तहत, शिक्षक भर्ती में उम्मीदवारों की योग्यता और मेरिट के आधार पर चयन प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की कोशिश की जाएगी। यह निर्णय शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को सुधारने और इसे अधिक सटीक बनाने में सहायक होगा, जिससे योग्य उम्मीदवारों को अवसर मिल सके।

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में कार्यकारी परिषद की महत्वपूर्ण बैठक प्रतिकुलपति राजेंद्र वर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें कई अहम निर्णय लिए गए। सबसे बड़ा फैसला यह हुआ कि अब से शिक्षक भर्ती में मैट्रिक्स फार्मूला लागू किया जाएगा, जिससे भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होगी। अब तक यूनिवर्सिटी में कई बार भर्तियों में धांधलियों के आरोप सामने आते रहे हैं, लेकिन इस नए नियम के तहत, भर्ती के हर चरण को स्पष्ट रूप से सार्वजनिक किया जाएगा। मैट्रिक्स फार्मूला एक टेलीशीट के रूप में काम करेगा, जिसमें उम्मीदवार के इंटरव्यू स्कोर, 10वीं से लेकर उच्च शिक्षा तक के अंक और चयन प्रक्रिया के मानक शामिल होंगे, जिससे भर्ती में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी।

इसके अलावा, विश्वविद्यालय ने यह भी निर्णय लिया कि जिन छात्रों ने अभी तक यूजी में प्रवेश नहीं लिया है, उन्हें एक और मौका मिलेगा। बैठक में अन्य महत्वपूर्ण फैसले भी लिए गए, जैसे कि मां बालासुंदरी विधि महाविद्यालय नाहन में छात्रों के रुके हुए परिणामों को घोषित किया जाएगा, और एचपीयू के जवाहरलाल नेहरू पुस्तकालय भवन के सामने जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति स्थापित की जाएगी। साथ ही, प्राध्यापकों की करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत 2010 बैच की प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्णय लिया गया।

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। प्रमुख निर्णय के रूप में, विश्वविद्यालय ने अब से शिक्षक भर्ती में मैट्रिक्स फार्मूला लागू करने का ऐलान किया है, जिससे भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित होगी। इस फार्मूला के तहत, सभी चयनित उम्मीदवारों के इंटरव्यू स्कोर, उनकी शिक्षा से संबंधित अंक और चयन मानक सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराए जाएंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि भर्ती प्रक्रिया निष्पक्ष और खुली हो, और इससे पहले की भर्तियों में आए आरोपों पर भी रोक लगेगी।

इसके अतिरिक्त, एचपीयू ने यह निर्णय लिया कि जिन छात्रों को अभी तक यूजी में प्रवेश का अवसर नहीं मिला, उन्हें एक और मौका मिलेगा। इसके अलावा, बैठक में अन्य फैसले भी लिए गए, जैसे कि नाहन स्थित मां बालासुंदरी विधि महाविद्यालय के रुके हुए परिणामों की घोषणा, और एचपीयू के जवाहरलाल नेहरू पुस्तकालय भवन के सामने जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति स्थापित करने का निर्णय। प्राध्यापकों के करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत 2010 बैच के लिए प्रक्रिया शुरू करने का भी निर्णय लिया गया।

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