प्रदेश के कॉलेजों को अब रैंकिंग के आधार पर ही ग्रांट मिलेंगी। उच्च शिक्षा निदेशालय 7 दिसंबर को कॉलेजों की टेंटेटिव रैंकिंग अपनी वेबसाइट पर अपलोड करेगा। इस रैंकिंग के आधार पर यह तय होगा कि कॉलेजों ने जो खुद को रैंक दी है, वह उचित है या नहीं। उच्च शिक्षा निदेशालय 15 दिनों के भीतर कॉलेजों से रैंकिंग पर सुझाव और आपत्तियां मांगेगा, और उसके बाद फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी।
उच्च शिक्षा विभाग के जॉइंट डायरेक्टर, हरीश शर्मा ने बताया कि 7 दिसंबर को कॉलेजों की टेंटेटिव रैंकिंग जारी की जाएगी। इसमें 15 दिनों तक आपत्तियां दायर की जा सकती हैं, जिसके बाद कॉलेजों का विजिट भी किया जाएगा।