एशियन डिवेलपमेंट बैंक के क्लीन प्लांट प्रोग्राम में हिमाचल प्रदेश को भी शामिल किया गया है। क्योंकि हिमाचल प्रदेश पर्यावरण संरक्षण के प्रति बेहतरीन काम कर रहा है। लिहाजा पहाड़ी प्रदेशों में उत्तराखंड के साथ उसे भी इस प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत यहां पर पौधों की सर्टिफिकेशन के लिए मदद दी जाएगी।
एशियन डिवेलपमेंट बैंक के क्लीन प्लांट प्रोग्राम में हिमाचल प्रदेश का चयन
हिमाचल प्रदेश को एशियन डिवेलपमेंट बैंक (ADB) के क्लीन प्लांट प्रोग्राम में शामिल किया गया है। हिमाचल प्रदेश को पर्यावरण संरक्षण के प्रति बेहतरीन काम करने के कारण इस प्रोजेक्ट में जोड़ा गया है। अब यह प्रोजेक्ट उत्तराखंड के साथ मिलकर काम करेगा।
पौधों की सर्टिफिकेशन के लिए सहायता
इस प्रोजेक्ट के तहत पौधों की सर्टिफिकेशन के लिए हिमाचल प्रदेश को मदद दी जाएगी। बाहरी राज्यों से बिना सर्टिफाइड पौधों को यहां आने से रोका जाएगा, जिससे कृषि और बागबानी की गुणवत्ता को बनाए रखा जाएगा।
मंडी में अवैध पौधों की तस्करी का मामला
हाल ही में मंडी जिले में जम्मू-कश्मीर से अवैध तरीके से पौधे लाए जाने का मामला सामने आया था। इसके बाद बागबानी विभाग ने सख्ती से कार्यवाही की है और भविष्य में ऐसे मामलों से बचने के लिए कड़ा नियंत्रण रखने का निर्णय लिया गया है।
ADB प्रोजेक्ट से हिमाचल को होगा लाभ
ADB का क्लीन प्लांट प्रोग्राम हिमाचल प्रदेश को भी लाभ पहुंचाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत बागबानी विभाग और ADB मिलकर काम करेंगे, ताकि पौधों में वायरस जैसी समस्याओं से बचा जा सके। इस परियोजना के तहत हिमाचल को कितनी फंडिंग मिलेगी, यह जल्द ही तय होगा।
उत्तराखंड के साथ मिलकर काम करेगा हिमाचल
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम करेंगे। बागबानी विभाग के सचिव सी. पालरासू ने बताया कि ADB ने इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी मांगी थी और अब यह प्रोजेक्ट क्लस्टर आधार पर दोनों राज्यों में लागू होगा।
नौणी विश्वविद्यालय में आधुनिक मशीनों की स्थापना
नौणी विश्वविद्यालय में पौधों की सर्टिफिकेशन के लिए हाईटेक मशीनें स्थापित की जा चुकी हैं। इससे क्लीन प्लांट प्रोग्राम को और भी मजबूती मिलेगी। इसके साथ ही नई लैब्स भी स्थापित करने में मदद मिल सकती है, जिससे यह प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।