हिमाचल प्रदेश सरकार ने चिल्ड्रन ऑफ दि स्टेट कार्यक्रम के तहत 22 अनाथ बच्चों को पहली बार देशभर के पर्यटन स्थल घूमने का अवसर प्रदान किया। इस दल में शामिल बच्चे चंडीगढ़, दिल्ली और गोवा जैसे प्रमुख शहरों में यात्रा करने के लिए निकले हैं। यह कदम सरकारी अधिकारियों द्वारा बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास को बढ़ावा देने और उन्हें बेहतर जीवन के प्रति प्रेरित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
यात्रा के दौरान बच्चों को संस्कृति, ऐतिहासिक स्थल और पर्यटन के बारे में जानकारी दी जाएगी, ताकि वे अपने अनुभवों से नए अवसरों और सम्भावनाओं का सामना कर सकें। यह पहल उन बच्चों के लिए एक नई उम्मीद और आत्मविश्वास का प्रतीक है, जिन्होंने जीवन में संघर्षों का सामना किया है।
मुख्यमंत्री और बाल कल्याण विभाग ने इस प्रयास को सकारात्मक दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना है।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 22 अनाथ बच्चों के पहले “Children of the State” दल को 13 दिनों की “Educational Tour” पर रवाना किया। बच्चों को “Volvo Bus” के माध्यम से चंडीगढ़ भेजा गया, जहां उनका स्वागत हुआ। मुख्यमंत्री ने “Welfare Program” के तहत इन बच्चों को अपनाने की योजना की सराहना की।
16 लड़कियां और 6 लड़कों का “Travel Itinerary”
इस “Tour” में 16 लड़कियां और 6 लड़के शामिल हैं। ये बच्चे 2 से 4 जनवरी तक चंडीगढ़ में “Stay” करेंगे, जहां “Himachal Bhawan” में उनके रुकने की व्यवस्था की गई है। 5 जनवरी को वे “Shatabdi Express” से दिल्ली जाएंगे और 8 जनवरी तक दिल्ली के “Historical Sites” का दौरा करेंगे।
गोवा की “Journey” और “3-Star Hotel” में ठहराव
9 जनवरी को ये बच्चे दिल्ली से “Flight” के माध्यम से गोवा पहुंचेंगे। गोवा में 13 जनवरी तक उनका “Stay” रहेगा, जहां वे “Tourist Attractions” और ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। 14 जनवरी को ये बच्चे चंडीगढ़ लौट आएंगे।
बच्चों के लिए सरकार ही “Family”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन अनाथ बच्चों का राज्य की “Resources” पर पूरा अधिकार है। सरकार ही इनका “Guardian” है और उनके “Welfare” के लिए समर्पित है। भ्रमण का उद्देश्य बच्चों का “Knowledge Enhancement” और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
राज्य सरकार की “Initiative” की सराहना
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल और अन्य मंत्रियों ने इस “Remarkable Initiative” की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार बच्चों की हर जरूरत का “Family-Like Support” के साथ ध्यान रख रही है। कार्यक्रम में कई “Dignitaries” उपस्थित रहे।