डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के मौसम में बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि उनका immune system कमजोर होता है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं, नियमित रूप से पानी पिलाएं और vitamin-rich भोजन दें। इसके अलावा, parents को यह भी ensure करना चाहिए कि बच्चे बाहर खेलने के बाद हाथ-मुंह अच्छी तरह धोएं। घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और खांसते-छींकते समय मुंह व नाक को ढकने के लिए tissue या रुमाल का उपयोग करें।
बारिश और बर्फबारी के बाद बढ़ा मौसमी संक्रमण
जिला मंडी में rainfall और snowfall के बाद ठंड ने दस्तक दे दी है, जिससे सर्दी-खांसी, जुकाम और बुखार के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सबसे अधिक मामले बच्चों में सामने आ रहे हैं, जिस कारण अभिभावक अस्पतालों का रुख कर रहे हैं। अस्पतालों में patients की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं।
अस्पतालों में 200-250 मरीजों की बढ़ी संख्या
नेता जी सुभाष चंद्र बोस क्षेत्रीय अस्पताल, मंडी में रोजाना 1500 OPD में से 200-250 मरीज ऐसे आ रहे हैं, जिनमें मौसमी संक्रमण के लक्षण पाए जा रहे हैं। इनमें शून्य से 15 वर्ष तक के बच्चों की संख्या सबसे अधिक है। बाल रोग OPD में हर दिन 50-60 बच्चे सर्दी-खांसी, बुखार, निमोनिया, छाती जाम और गले की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं।
बच्चों की देखभाल के लिए डॉक्टरों की सलाह
बाल रोग विशेषज्ञों ने ठंड से बचने के लिए बच्चों की special care करने की सलाह दी है। गंभीर लक्षण वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी किया जा रहा है। सुहड़ा निवासी निर्मला, स्कूल बाजार से श्याम लाल, सौली खड्ड की तारा देवी समेत कई अभिभावकों ने बताया कि उनके बच्चों को sore throat, पेट दर्द, जुकाम और बुखार जैसी समस्याएं हो रही हैं। डॉक्टरों द्वारा दवाइयां देने के साथ-साथ ठंड से बचाव के precautions भी बताए जा रहे हैं।
सर्दी में विशेष देखभाल जरूरी – डॉ. वाटिका
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. वाटिका का कहना है कि सर्द मौसम में बच्चों और बुजुर्गों की proper care बहुत जरूरी है। रोजाना बाल रोग OPD में हर आयु वर्ग के बच्चों में मौसमी संक्रमण के लक्षण पाए जा रहे हैं। उन्होंने ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, समय-समय पर हाथ धोने और बाहर निकलते समय मास्क लगाने की सलाह दी है।