हिमाचल प्रदेश में मतदाता सूची में 33,609 नए मतदाताओं को जोड़ा गया है, जबकि कई लोगों के नाम सूची से हटाए गए हैं। जानिए चुनाव आयोग की ताजा अपडेट और मतदाता सूची में हुए बदलाव।
हिमाचल में विशेष अभियान से बढ़े नए मतदाता
निर्वाचन विभाग की विशेष मुहिम सफल रही, जिसके तहत 34,234 नए मतदाताओं का पंजीकरण हुआ। इनमें से 33,609 मतदाता 18-19 वर्ष की आयु वर्ग के हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नंदिता गुप्ता ने बताया कि Election Commission of India (ECI) द्वारा अनुमोदित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में फोटोयुक्त मतदाता सूचियों का विशेष पुनरीक्षण कार्य 1 जनवरी को पूरा हो गया।
पुनरीक्षण के दौरान बढ़े 68 हजार से अधिक मतदाता
प्रारंभिक प्रकाशन के समय हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में कुल 56,28,189 मतदाता दर्ज थे। पुनरीक्षण प्रक्रिया के बाद यह संख्या बढ़कर 68,494 हो गई। विशेष रूप से 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं की सुविधा के लिए राज्य के 407 सरकारी और निजी संस्थानों में 13 और 26 नवंबर को विशेष अभियान चलाया गया।
34 हजार से अधिक नाम हटाए गए
पुनरीक्षण के दौरान 34,260 मतदाताओं के नाम विभिन्न कारणों से हटाए गए हैं। इनमें deceased voters, स्थान परिवर्तन, और duplicate registration प्रमुख कारण रहे। इसके बाद अब कुल मतदाताओं की संख्या 56,62,423 हो गई है।
मतदाताओं में लिंग अनुपात बेहतर
वर्तमान समय में हिमाचल प्रदेश की मतदाता सूची में 28,59,079 पुरुष, 28,03,305 महिलाएं, और 39 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 35 प्रवासी भारतीय मतदाता (NRI voters) और 63,394 सेवा अहर्ता मतदाता (service voters) भी सूची में पंजीकृत हैं। प्रदेश की जनसंख्या के लिंग अनुपात 976 की तुलना में मतदाताओं का लिंग अनुपात 981 है, जो राज्य में संतुलित मतदान प्रतिनिधित्व को दर्शाता है।
सुलह में सर्वाधिक और लाहुल-स्पीति में सबसे कम मतदाता
प्रदेश के सुलह विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 1,05,882 मतदाता दर्ज हैं, जबकि लाहुल-स्पीति में यह संख्या सबसे कम 25,589 है।
मतदाता सूची के अंतिम प्रकाशन पर बैठक
6 जनवरी को मतदाता सूची के final publication के अवसर पर निर्वाचन विभाग मुख्यालय में एक विशेष बैठक आयोजित की गई, जिसमें मतदाता सूची की स्थिति और पुनरीक्षण अभियान की सफलता पर चर्चा की गई।
सुधार के लिए जारी रहेंगे प्रयास
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस प्रकार के विशेष अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे, ताकि maximum eligible voters को पंजीकरण का मौका मिल सके और मतदाता सूची को अद्यतन रखा जा सके।