एचआरटीसी ड्राइवरों को समय पर वेतन और छुट्टियां मिलने की पुष्टि हुई है। डीएम ने डिपो का रिकॉर्ड खंगालते हुए कर्मचारियों की सुविधाओं का जायजा लिया।
आरएम धर्मपुर का तबादला, डीएम मंडी ने शुरू की जांच
एचआरटीसी डिपो धर्मपुर में तैनात ड्राइवर Sanjay Kumar की आत्महत्या के बाद प्रताड़ना के आरोपों में घिरे आरएम धर्मपुर विनोद कुमार को निगम ने transfer कर दिया है। उन्हें डीएम कार्यालय मंडी में रिपोर्ट करने को कहा गया है, जबकि आरएम सरकाघाट को धर्मपुर डिपो का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। इस घटना के बाद डीएम मंडी Vinod Thakur ने विभागीय जांच शुरू कर दी है और डिपो का दौरा कर रिकॉर्ड की जांच की।
छुट्टियों और वेतन की पुष्टि, आरएम से पूछताछ
जांच के दौरान attendance register, वेतन रिकॉर्ड और अन्य दस्तावेजों की गहन जांच की गई। डीएम ने आरएम और अन्य कर्मियों से पूछताछ कर उनके बयान भी दर्ज किए। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि संजय कुमार को समय-समय पर छुट्टियां और वेतन मिलता रहा है। हालांकि driver unions, मजदूर संगठन और भाजपा ने आरएम धर्मपुर के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें निलंबित करने और हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है।
वीडियो में लगाए गए प्रताड़ना के आरोप
संजय कुमार ने मरने से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड कर अपने परिजनों को दिया था, जिसमें उन्होंने आरएम धर्मपुर पर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए थे। वीडियो में उन्होंने छुट्टी न देने, वेतन रोकने और चार्जशीट करने की धमकी देने की बात कही थी। रामपुर डिपो में निलंबन के बाद संजय कुमार को धर्मपुर डिपो में तैनात किया गया था।
छुट्टी पर जाने के बाद हुई घटना
संजय कुमार ने सात दिसंबर, 2024 से तीन जनवरी, 2025 तक छुट्टी ली थी और चार जनवरी को अपनी ड्यूटी संभाली। इसके बाद उन्होंने आठ से 12 जनवरी तक की छुट्टी के लिए leave application दी थी। छुट्टी का पत्र उन्होंने बस अड्डा इंचार्ज को सौंपा था। इसी बीच 11 जनवरी को उन्होंने घर पर जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया और उनकी मृत्यु हो गई। मरने से पहले उन्होंने एक video statement जारी किया था, जिसके बाद एचआरटीसी प्रबंधन चौतरफा आरोपों में घिर गया।
केवल आत्महत्या का मामला दर्ज
संजय कुमार की आत्महत्या को लेकर औट पुलिस ने सिर्फ suicide case दर्ज किया है। आत्महत्या के लिए मजबूर करने से संबंधित कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। पुलिस ने बताया कि परिजनों की ओर से अब तक कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। हालांकि मंडी पुलिस मामले पर नजर बनाए हुए है।
धर्मपुर डिपो में कर्मचारियों पर कार्रवाई के मामले
धर्मपुर डिपो और यहां के अधिकारी पहले भी विवादों में रहे हैं। जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में डिपो के 187 कर्मचारियों में से 87 को charge-sheet किया गया है। इनमें से कई की increment रोक दी गई, जबकि कुछ से रिकवरी भी की गई। इस संबंध में चालक-परिचालक यूनियन पहले ही डीएम को शिकायत भेज चुकी है।