हिमाचल पथ परिवहन निगम (एचआरटीसी) अपने 15 साल से कम आयु की खस्ताहाल हो चुकी बसों को भी स्क्रैप में देगा। अभी तक नियम है कि 15 साल से ऊपर की बसों को ही स्क्रैप में डाला जाता है मगर अब इससे कम की बसों को भी स्क्रैप में दिया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) ने 15 साल से कम पुरानी खस्ता बसों को भी स्क्रैप करने का फैसला लिया है। HRTC ने सभी फील्ड अधिकारियों से बसों की रिपोर्ट मांगी है, ताकि खराब और जरूरत से ज्यादा उपयोग में आई बसों को हटाया जा सके। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और बेहतर परिवहन सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
एचआरटीसी ने 15 साल से कम उम्र की खस्ता बसों को भी स्क्रैप करने का लिया निर्णय
हिमाचल प्रदेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (HRTC) अब 15 साल से कम उम्र की खस्ता बसों को भी स्क्रैप में देने जा रहा है। पहले यह नियम था कि केवल 15 साल से ऊपर की बसों को ही स्क्रैप किया जाए, लेकिन अब इन बसों की हालत के कारण उन्हें रिप्लेसमेंट करने का निर्णय लिया गया है। HRTC के MD रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि इन बसों को जल्द ही स्क्रैप किया जाएगा, क्योंकि नई बसों की खेप आने वाली है।
HRTC ने 5.91 करोड़ रुपए का स्क्रैप से किया है मुनाफा
एचआरटीसी ने अब तक स्क्रैप से 5.91 करोड़ रुपए कमाए हैं। इस फंड का उपयोग पुरानी और खराब बसों को रिप्लेस करने में किया जाएगा। HRTC के कई डिपो में ऐसी बसें हैं, जो बार-बार रिपेयर करने के बावजूद चलने लायक नहीं हैं। उदाहरण के लिए, शिमला के जेएनएनयूआरएम प्रोजेक्ट के तहत आई 35 छोटी बसों में से अधिकांश बसों की उम्र पूरी हो चुकी है और वे खराब हो चुकी हैं। इन बसों को स्क्रैप में भेजने का फैसला लिया गया है।
HRTC के लिए ई-नीलामी का सफल संचालन
एचआरटीसी ने हाल ही में स्क्रैप पोर्टल के माध्यम से 15 साल पुरानी बसों को नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू की है। 2023 में 163 वाहनों की नीलामी की गई, जिससे 2.84 करोड़ रुपए की आय हुई। नवंबर और फरवरी में भी और वाहन नीलाम किए गए, जिनसे एचआरटीसी ने अच्छी राशि अर्जित की है। यह पहल एमएसटीसी के स्क्रैपिंग पोर्टल के जरिए की गई है।
HRTC अब 15 साल से कम उम्र की खस्ता बसों को भी स्क्रैप करेगा
अब एचआरटीसी ने फैसला किया है कि 15 साल से कम उम्र की खस्ता बसों को भी स्क्रैप में दिया जाएगा। इन बसों की रिप्लेसमेंट की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। इस निर्णय से एचआरटीसी को स्क्रैपिंग से अतिरिक्त आय प्राप्त होगी और यात्रियों के लिए बेहतर परिवहन सुविधा सुनिश्चित की जा सकेगी।