महाकुंभ 2025 में हिमाचल प्रदेश के हजारों श्रद्धालु हिस्सा ले रहे हैं, और प्रदेश सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षित यात्रा और मंदिरों में दर्शन की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
हिमाचल के श्रद्धालु महाकुंभ में सुरक्षित: प्रशासन की निगरानी में स्थिति नियंत्रण में
प्रदेश के हजारों श्रद्धालु इस समय प्रयागराज(Prayagraj)के महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगाने पहुंचे हैं, लेकिन हाल ही में भगदड़ के कारण कुछ मौतों ने उनके परिवारों को चिंतित कर दिया है। बुधवार को परिवारजन प्रशासन और मीडिया से संपर्क करते रहे, लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी भी हिमाचली श्रद्धालु के बारे में कोई दुखद समाचार नहीं आया।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित
प्रयागराज में सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। वे या तो स्नान के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं या फिर जिन्होंने स्नान कर लिया है, वे वापसी की राह देख रहे हैं। महाकुंभ में प्रदेश के सैकड़ों गांवों से श्रद्धालु पहुंचे हैं, और अधिकांश श्रद्धालु अपने निजी वाहनों से यात्रा कर रहे हैं।
गृह विभाग की सक्रियता और स्थिति की निगरानी
भगदड़ के बाद प्रदेश के गृह विभाग (Home Department) के अधिकारी स्थिति की जानकारी लेने में जुटे रहे, लेकिन सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।
नेताओं ने जताया गहरा शोक, मुख्यमंत्री की चिंताएं
महाकुंभ में हुई दुखद घटना पर प्रदेश के प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल( Former Chief Minister Prem Kumar Dhumal) ने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए प्रशासन की तत्परता पर संतोष व्यक्त किया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू(Chief Minister Sukhu) ने इस घटना को लेकर दिनभर चिंता जताई और शिमला व लखनऊ से संपर्क बनाए रखा, ताकि हिमाचल के श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सुरक्षा की अपील और मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
CM Sukhu ने श्रद्धालुओं से सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की और उन्हें सुरक्षित स्नान करने की सलाह दी।