Site icon Thehimachal.in

नगरोटा बगवां: मलां में खतरनाक हालातों के बीच जारी है बच्चों की पढ़ाई

nagrota-bagwan-malan-danger-students-education

हिमाचल प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा और मूलभूत ढांचे की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इसका ताजा उदाहरण नगरोटा बगवां शिक्षा खंड के मलां स्थित प्राइमरी स्कूल में देखा जा सकता है, जहां नर्सरी से लेकर पांचवीं तक के बच्चे बेहद खतरनाक माहौल में पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूल का प्रांगण पूरी तरह फोरलेन के अधीन आ चुका है, जहां न कोई चारदीवारी है, न रिटेनिंग वॉल। सड़क किनारे बैठकर घंटों पढ़ाई करने वाले इन बच्चों की स्थिति पर संबंधित विभाग की negligence साफ नजर आती है।

फोरलेन निर्माण ने बढ़ाई मुश्किलें

पिछले वर्ष जून में फोरलेन निर्माण के चलते स्कूल का अस्तित्व लगभग समाप्त हो गया था। तब से अब तक स्कूल जर्जर हालात में चल रहा है। स्कूल प्रबंधन लगातार विभाग और प्रशासन से स्थिति सुधारने की मांग करता आ रहा है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। Temporary कमरों में कक्षाएं चल रही हैं, जहां बच्चों और स्टाफ के लिए भी शौचालय जैसी basic सुविधा उपलब्ध नहीं है।

स्थानीय निकाय के प्रयास बेअसर

स्कूल प्रबंधन ने स्थानीय निकाय और प्रबंधन समिति की मदद से स्थिति सुधारने की कई बार कोशिश की, लेकिन सारे प्रयास futile साबित हुए। मौजूदा समय में स्कूल के पास पर्याप्त कमरे नहीं हैं, और ठंड के कारण बच्चों को बाहर बिठाने की मजबूरी है। हाईवे पर heavy machinery लगातार काम कर रही है, जिससे बच्चे खतरे के बीच पढ़ाई करने को मजबूर हैं।

शौचालय निर्माण के लिए जुटाई गई राशि

किसी भी सकारात्मक पहल के अभाव में स्कूल प्रबंधन ने वार्षिक ग्रांट और स्थानीय लोगों के सहयोग से शौचालय निर्माण का कार्य शुरू किया है। हालांकि, प्रबंधन को चिंता है कि जो limited राशि उनके पास है, उससे यह कार्य पूरा हो पाएगा या नहीं।

सरकारी फंड का उपयोग अधर में

दिलचस्प बात यह है कि शिक्षा विभाग ने इस स्कूल को वर्ष 2023 में ‘ज्ञानोदय उत्कृष्ट विद्यालय’ का दर्जा दिया था। इसके लिए 15 लाख की ग्रांट भी जारी की गई थी, लेकिन अब तक इस राशि का कोई उपयोग नहीं हुआ है। यह फंड department की तिजोरी में बिना उपयोग के पड़ा हुआ है, जिससे लोगों में नाराजगी है।

अभिभावकों की नाराजगी

अभिभावकों और स्थानीय निवासियों ने विभाग की उदासीनता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि बच्चों के भविष्य के साथ इस तरह का व्यवहार unfortunate है। स्कूल प्रबंधन ने भी यह स्वीकार किया है कि उन्होंने समय पर विभाग को सारी स्थिति से अवगत करवा दिया था।

अन्य स्कूलों से अधिक छात्र संख्या

यह स्कूल शिक्षा खंड नगरोटा बगवां का सबसे important प्राइमरी स्कूल है, जहां अन्य सभी स्कूलों की तुलना में अधिक छात्र संख्या दर्ज की गई है। यहां नर्सरी से लेकर पांचवीं तक की कक्षाएं नियमित रूप से संचालित की जा रही हैं।

Exit mobile version