राज्यपाल ने केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना समारोह में कहा कि भारत में लागू होने वाली नई शिक्षा नीति से शिक्षा व्यवस्था में बड़ा परिवर्तन होगा। उन्होंने इस नीति को भारतीय शिक्षा के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि यह नीति विद्यार्थियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सफलता दिलाने में मदद करेगी।
नई शिक्षा नीति भारत में लाएगी परिवर्तन, केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना समारोह में बोले राज्यपाल हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत में परिवर्तन लाएगी। इस व्यापक नीति को एक साथ लागू नहीं किया जा सकता है लेकिन इसे क्रमबद्ध तरीके से लागू करने की आवश्यकता है।
नई शिक्षा नीति लाएगी भारत में परिवर्तन
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिवप्रताप शुक्ल ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत में बड़ा परिवर्तन लाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस नीति को एक साथ लागू नहीं किया जा सकता, बल्कि इसे step-by-step लागू करना होगा। वह मंगलवार को स्थानीय कॉलेज के सभागार में केंद्रीय विश्वविद्यालय के स्थापना समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर रहे थे।
भारतीय ज्ञान परंपरा का महत्त्व
राज्यपाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा के महत्व को बताया और कहा कि विश्वविद्यालय इस परंपरा को बढ़ावा देने के लिए नया पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। यह विवि परिवार के लिए proud moment है। समारोह में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. सुमन शर्मा, डीन अकादमिक प्रो. प्रदीप कुमार, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. सुनील कुमार, शोध निदेशक प्रो. प्रदीप नायर, और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों को सम्मान
इस अवसर पर शैक्षणिक संकाय के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार से प्रो. संजीत, प्रो. ओएसकेएस शास्त्री, प्रो. बीसी चौहान, डा. राकेश और डा. मनप्रीत अरोड़ा को सम्मानित किया गया। Non-teaching staff में अनुपम ठाकुर, राहुल, आपूर्ति अवस्थी, रोहित धीमान, हिंदभूषण कुटलैहडिया और अजय कुमार को पुरस्कृत किया गया।
सीएम के समक्ष उठाएंगे सीयू का मामला
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने धर्मशाला में कहा कि उनके और राज्य सरकार के बीच harmonious relationship है। धर्मशाला में प्रस्तावित केंद्रीय विश्वविद्यालय के कैंपस के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 30 करोड़ जमा न करवाने के मामले को वह मुख्यमंत्री सुक्खू के समक्ष उठाएंगे।
कैलेंडर 2025 का विमोचन और अन्य सम्मान
राज्यपाल ने विवि के कैलेंडर 2025 का विमोचन किया, इसके अलावा विवि के न्यूज लैटर, पुस्तकों/ समाचार-पत्रों का विमोचन किया और विवि के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने हिंदी पखवाड़ा 2024 के विजेताओं को प्रमाण-पत्र भी वितरित किए और खेल स्पर्धाओं और योग प्रतियोगिताओं में विवि का प्रतिनिधित्व करने वाले छात्रों को सम्मानित किया।