हिमाचल प्रदेश सरकार ने केवल तीन किस्मों के पेड़ों को काटने की अनुमति दी है, जबकि अन्य पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से लिया गया है, जिससे पारिस्थितिकी संतुलन को बनाए रखा जा सके।
नूरपुर में वृक्ष कटान पर नई पाबंदी: सिर्फ तीन किस्मों के पेड़ों की अनुमति
प्रदेश सरकार ने हाल ही में निजी भूमि से वृक्ष कटान पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब केवल तीन किस्मों के पेड़ ही काटे जा सकेंगे, जिनमें पापुलर, सफेदा और बांस शामिल हैं। इस निर्णय के बाद वन विभाग ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है ताकि प्रतिबंधित किस्म के पेड़ों का कटान न हो।
वृक्ष कटान के लिए अनिवार्य एक्सपोर्ट परमिट
नूरपुर के वन मंडल अधिकारी अमित शर्मा ने बताया कि लोग केवल इन तीन किस्मों के वृक्षों को ही कटवा सकते हैं। इन्हें बाहर ले जाने के लिए डीएफओ कार्यालय से export permit (एक्सपोर्ट परमिट) लेना अनिवार्य होगा।
खैर वृक्ष का कटान जारी रहेगा
उन्होंने यह भी बताया कि खैर वृक्ष का कटान दस वर्षीय योजना के तहत जारी रहेगा, लेकिन इसके लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी करनी होगी।
अवैध कटान के खिलाफ बढ़ी चौकसी
नूरपुर क्षेत्र में अवैध कटान को रोकने के लिए monitoring (मॉनिटरिंग) को बढ़ा दिया गया है। अब विभाग की निगरानी में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी प्रतिबंधित पेड़ न काटे जाएं।