मंडी और रोहडू में एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर की दो गाड़ियों के चलते बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाया जा रहा है कि नंबर क्लोनिंग के पीछे कौन है।
मंडी और रोहड़ू में एक ही नंबर प्लेट की दो गाड़ियां
मंडी और रोहड़ू में एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर की दो गाड़ियों के चलने का मामला सामने आया है। इस अनोखे case ने पुलिस और वाहन मालिकों को confusion में डाल दिया है।
मंडी में चालान ने खोला मामला
मंडी पुलिस को यह मामला तब पता चला जब तल्याहड़ में सड़क किनारे पार्क की गई एक car का चालान काटा गया। हैरानी की बात यह थी कि चालान मंडी की गाड़ी के बजाय रोहड़ू की गाड़ी के नाम पर चला गया।
जांच में सामने आई अनोखी स्थिति
मामले की verification के दौरान पता चला कि दोनों गाड़ियों के पास एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर है। जब मंडी पुलिस ने रोहड़ू के कार मालिक से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने यह कार एक vehicle agency को बेच दी थी।
एजेंसी के माध्यम से गाड़ियों का खेल
जांच में पता चला कि मंडी के चालक ने वही कार agency से second-hand खरीदी थी। लेकिन agency ने गाड़ी की नंबर प्लेट update नहीं की। दूसरी ओर, रोहड़ू के मालिक ने उसी रजिस्ट्रेशन नंबर से नई कार खरीद ली।
पुलिस कर रही है misuse की जांच
मंडी के चालक ने agency से नई नंबर प्लेट प्राप्त की, लेकिन पुरानी नंबर प्लेट का उपयोग जारी रखा। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि कहीं इस duplicate नंबर का गलत उपयोग तो नहीं किया गया है।
सावधानी की जरूरत
यह case vehicle ownership transfer और नंबर प्लेट अपडेट की importance को highlight करता है। वाहन मालिकों को चाहिए कि ownership change के बाद अपने वाहनों की सही जानकारी update कराएं।
पुलिस का अगला कदम
पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी प्रकार का fraud या misuse सामने न आए।