ठियोग पेयजल घोटाले में एसडीओ, जेई और ठेकेदारों से 7 घंटे की पूछताछ

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विजिलेंस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIU) ने ठियोग पेयजल घोटाले में बुधवार को मुख्यालय में तीन एसडीओ, पांच जेई और तीन ठेकेदारों से करीब सात घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ सुबह दस बजे से लेकर शाम साढ़े पांच बजे तक चली। एसआईयू ने ठेकेदारों के बैंक खातों की डिटेल्स भी ली हैं और अब इन खातों में हुई ट्रांजेक्शन्स की जांच की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, ठेकेदारों के अकाउंट्स से अफसरों और कुछ नेताओं के बैंक खातों में भी पैसे ट्रांसफर हुए हैं।ठियोग पेयजल घोटाले में विजिलेंस की कार्रवाई
विजिलेंस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIU) ने बुधवार को ठियोग पेयजल घोटाले में मुख्यालय में तीन एसडीओ, पांच जेई और तीन ठेकेदारों से पूछताछ की। यह पूछताछ सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक चली, लगभग 7.5 घंटे तक।

ठेकेदारों के बैंक ट्रांजेक्शन्स की जांच

एसआईयू ने ठेकेदारों के बैंक खातों की डिटेल भी प्राप्त की है। अब इन खातों से हुई ट्रांजेक्शन की जांच की जा रही है, यह पता लगाया जा रहा है कि किसके खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे। बताया जा रहा है कि ठेकेदारों के खातों से अफसरों के साथ कुछ नेताओं के बैंक खातों में भी ट्रांजेक्शन्स हुई हैं।

विजिलेंस द्वारा रिकॉर्ड की जब्ती और जांच की प्रक्रिया

एएसपी विजिलेंस, नरवीर राठौर के अनुसार, एसडीओ और जेई द्वारा तैयार किए गए टैंकर से पेयजल वितरण के रिकॉर्ड को एसआईयू ने कब्जे में लिया है। विजिलेंस पूरी तरह से हर पहलू पर पेशेवर तरीके से जांच कर रही है। अगले चरण में, फिजिकल वैरिफिकेशन शुरू होगी, जहां पानी की सप्लाई के लिए उपयोग की गई गाड़ियों की जांच की जाएगी।

डिजिटल वैरिफिकेशन से साक्ष्य जुटाने की प्रक्रिया

फिजिकल वैरिफिकेशन के बाद विजिलेंस की एसआईयू डिजिटल वैरिफिकेशन करेगी, ताकि एक करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले में साक्ष्य जुटाए जा सकें। एएसपी विजिलेंस नरवीर राठौर ने बताया कि एसडीओ और जेई द्वारा तैयार किए गए टैंकर से पेयजल वितरण के रिकॉर्ड को एसआईयू ने अपने कब्जे में लिया है। इस मामले की जांच विजिलेंस द्वारा पेशेवर तरीके से की जा रही है। इसके बाद, अगले दिन फिजिकल वैरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू होगी, जिसमें पानी की आपूर्ति के लिए इस्तेमाल की गई गाड़ियों की जांच की जाएगी। फिजिकल वैरिफिकेशन पूरा होने के बाद विजिलेंस की एसआईयू डिजिटल वैरिफिकेशन भी करेगी ताकि एक करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले में साक्ष्य जुटाए जा सकें।

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