ठियोग पानी घोटाले की जांच के लिए Vigilance की Special Investigation Unit (SIU) गुरुवार को ठियोग पहुंची। ASP नरवीर राठौर के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पानी ढुलाई में इस्तेमाल सभी Tankers और Pickup Vehicles के Owners और Drivers से पूछताछ की। लगभग 40 लोगों से इस प्रक्रिया में सवाल किए गए। वहीं, सभी Vehicles की Capacity भी चेक की गई कि वे कितनी Quantity में पानी ढो सकते हैं। Drivers से यह पूछा गया कि किस दिन कितने Trips लगाए गए और किन Villages में पानी सप्लाई की गई। इसके साथ ही Jal Shakti Department के Field Staff से भी पूछताछ की गई, खासतौर पर वे कर्मचारी जो मई और जून महीने में Water Supply का Record Maintain कर रहे थे। इन Records को Vigilance ने कब्जे में ले लिया है। ASP नरवीर राठौर ने बताया कि Complaint में जो Allegations लगाए गए हैं, उनकी Detailed जांच जारी है।
जल्द होगी FIR, पुख्ता सबूत जुटा रही Vigilance
SIU द्वारा Physical Verification के बाद Digital Data तैयार किया जा रहा है ताकि Court में Chargesheet दाखिल करते समय Strong Evidence पेश किए जा सकें। जरूरी साक्ष्य इकट्ठा करने के बाद Vigilance इस मामले में FIR दर्ज करेगी। इससे पहले बुधवार को Headquarters में तीन SDOs, पांच JEs और तीन Contractors से 7.5 घंटे लंबी पूछताछ की गई थी।
पानी सप्लाई पर खर्च 10 लाख से बढ़कर 1.13 करोड़
हर साल ठियोग में Water Supply पर करीब 10 से 12 लाख रुपये खर्च होते थे, लेकिन 2024 में यह खर्च अचानक बढ़कर एक करोड़ से ज्यादा हो गया। जांच में पाया गया कि कई ऐसे Vehicle Numbers दिखाए गए जो Exist ही नहीं करते। यहां तक कि ऐसे इलाकों में भी पानी की सप्लाई दिखा दी गई, जहां Roads तक नहीं हैं।
ठेकेदारों के Bank Accounts की जांच
इस मामले में अब तक सरकार 10 Officers को Suspend कर चुकी है। Vigilance की टीम सबूत जुटाने में लगी हुई है। पानी सप्लाई करने वाले चार Contractors को भी Inquiry में शामिल कर लिया गया है। उनके Bank Accounts को खंगाला जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन-किन Accounts में Transactions की गईं। माना जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ High-Ranking Officers और Politicians भी जांच के घेरे में आ सकते हैं।
Bikes और Cars से की गई पानी की ढुलाई
पूर्व माकपा विधायक राकेश सिंघा ने इस घोटाले पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों ने Fake Claims किए हैं। आरोप लगाया गया कि पानी Bikes, Alto Cars, Honda City Cars और यहां तक कि Horticulture Director की Bolero से भी ढोया गया। एक Bike ने 11 Trips में 22,000 Liters पानी ढोया और इसके बदले में 23,000 रुपये का भुगतान किया गया। इसी तरह, एक Bolero से 15,000 Liters पानी सप्लाई दिखाया गया, जिसके लिए 94,000 रुपये का भुगतान किया गया। इतना ही नहीं, कुछ Vehicles की Daily Running 500 से 1000 Kilometers दिखाई गई, जो पहाड़ों में Practically Impossible है।
जांच तेज, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
जल शक्ति विभाग द्वारा की गई Gross Irregularities के चलते इस घोटाले की जांच तेज कर दी गई है। मामले में शामिल ठेकेदारों, अधिकारियों और नेताओं पर कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।