450 मेगावाट बिजली बाहर कैसे निकालें? किन्नौर के शौंगटोंग प्रोजेक्ट के सामने नई चुनौती

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यह केवल अंतरिम अरेंजमेंट हो सकता है, मगर 450 मेगावाट रोजाना की बिजली को बाहर निकालने के लिए नई और बड़ी ट्रांसमिशन की जरूरत है। लिहाजा अब तय किया गया है कि केंद्रीय एजेंसी के साथ बातचीत की जाए। अभी जो पहले से यहां परियोजनाएं हैं, उनकी ट्रांसमिशन लाइन का अंतरिम रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है, मगर यह काफी नहीं होगा।

किन्नौर में बन रहे शौंगटोंग हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट से 450 मेगावाट बिजली निकालने की समस्या सामने आई है। पावर ट्रांसमिशन नेटवर्क की चुनौतियों के चलते यह प्रोजेक्ट नई मुश्किलों में फंस सकता है।

शौंगटोंग पावर प्रोजेक्ट के सामने नई चुनौती

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बन रही सरकारी शौंगटोंग बिजली परियोजना को लेकर अब बड़ी ट्रांसमिशन समस्या खड़ी हो गई है। यहां से 450 मेगावाट बिजली को बाहर निकालने के लिए Transmission Line की जरूरत है, लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ। हैरानी की बात यह है कि यह काम काफी पहले पूरा हो जाना चाहिए था, मगर अब तक Work Execution पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इस मुद्दे को लेकर ऊर्जा सचिव ने संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की है।

2026 तक है प्रोजेक्ट का टारगेट, लेकिन ट्रांसमिशन अधूरा

सूत्रों के अनुसार, Shongtong Power Project को 2026 तक पूरा करने का टारगेट रखा गया है। यह प्रोजेक्ट पहले ही Delay हो चुका है और अब सबसे बड़ी समस्या बिजली ट्रांसमिशन की है। केंद्र सरकार की Central Transmission Utility (CTU) को इस पर काम करना था, लेकिन अब तक कोई Progress नहीं हुई है। इस वजह से State Power Corporation और State Transmission Corporation के अधिकारी भी असमंजस में हैं।

Interim Arrangement से नहीं सुलझेगी समस्या

हाल ही में ऊर्जा सचिव राकेश कंवर ने State Power Corporation और State Transmission Corporation के अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। Transmission Corporation ने बताया कि उनके पास Existing Line से कुछ हद तक Power Evacuation किया जा सकता है, लेकिन इसे Strengthen करना होगा। यह सिर्फ एक Interim Solution हो सकता है, मगर 450 MW Daily Power Transmission के लिए एक New & Large Transmission Line की आवश्यकता होगी। अब केंद्र सरकार की Agency से बातचीत करने का निर्णय लिया गया है।

Project Delay से बढ़ रहा Loan Interest

शौंगटोंग परियोजना पहले ही Delay Mode में चल रही है और इसे External Financing Agency से लोन लेकर बनाया जा रहा है। लेकिन Project Delay के कारण Loan Interest भी लगातार बढ़ रहा है, जिससे Power Corporation पर वित्तीय दबाव बढ़ता जा रहा है। ऐसे में शौंगटोंग प्रोजेक्ट सरकार के लिए Major Challenge बन गया है।

Construction कंपनी को मिली 2026 तक एक्सटेंशन

इस परियोजना का निर्माण Patel Engineering द्वारा किया जा रहा है। पहले से ही कंपनी के साथ Multiple Disputes चल रहे हैं और अब सरकार ने November 2026 तक प्रोजेक्ट एक्सटेंशन दे दी है। बार-बार Project Delay होने के कारण विपक्ष भी सवाल उठा रहा है। यदि यह प्रोजेक्ट अगले साल पूरा हो जाता है, तो State Energy Capacity में काफी Boost मिलेगा।

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