पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को संजोने के लिए दिल्ली में विशेष पहल की जा रही है। जानें, कैसे उनकी यादों को संवारने की योजना बनाई गई है।
अटल बिहारी वाजपेयी की यादों को प्रदर्शनी में संजोया जाएगा
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को अब लोग दिल्ली में लगने वाली विशेष प्रदर्शनी में देख सकेंगे। इस प्रदर्शनी में अटल जी के हिमाचल दौरे, खासकर लाहुल और मनाली से जुड़े पलों को चित्रों और दस्तावेजों के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
मनाली और लाहुल से अटल जी का गहरा रिश्ता
अटल जी का हिमाचल से गहरा नाता था। वे अक्सर मनाली स्थित अपने प्रीणी गांव में आते थे, जहां स्थानीय ग्रामीण उन्हें ‘मामू’ कहकर पुकारते थे। आज भी गांववाले उनके जन्मदिवस पर उन्हें याद करते हैं।
भाजपा जुटा रही है अटल जी की यादें
लाहुल-स्पीति भाजपा ने उनके जन्म शताब्दी समारोह के लिए कुल्लू और लाहुल की स्मृतियां एकत्र करना शुरू कर दिया है। उनकी हिमाचल यात्राओं से जुड़े फोटो और लेख दिल्ली भेजे जाएंगे, जो भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय में आयोजित प्रदर्शनी का हिस्सा बनेंगे।
अटल टनल का सपना, जो हुआ साकार
अटल जी ने 2 जून 2002 को केलांग में अटल टनल निर्माण की घोषणा की थी। यह फैसला उनके लाहुल के करीबी मित्र स्व. टशी दवा (अर्जुन गोपाल) के निमंत्रण पर लिया गया था। आज यह टनल हिमाचल को सालभर देश से जोड़ने का माध्यम बन चुकी है।
दिल्ली में होगी विशेष प्रदर्शनी
पूर्व विधायक रवि ठाकुर ने बताया कि लाहुल-स्पीति और कुल्लू से जुड़ी सभी स्मृतियां भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय दिल्ली भेजी जाएंगी, जहां वे अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी समारोह की प्रदर्शनी का हिस्सा बनेंगी। यह प्रदर्शनी अटल जी के हिमाचल प्रेम को उजागर करेगी और देशभर के लोग उनके अनमोल योगदान को देख सकेंगे।