नालागढ़ में उत्तर भारत के पहले ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र की आधारशिला

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CM ने प्रथम ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना की रखी आधारशिला, एक साल में पूर्ण करने के दिए निर्देश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला सोलन की नालागढ़ तहसील के दभोटा में उत्तर भारत के पहले एक मेगावाट क्षमता के ग्रीन हाईड्रोजन संयंत्र की आधारशिला रखी।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने नालागढ़, हिमाचल प्रदेश में उत्तर भारत की पहली 1 मेगावाट क्षमता की ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना की आधारशिला रखी। यह परियोजना हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन और ऑयल इंडिया लिमिटेड के सहयोग से बनाई जा रही है। सीएम ने इसे एक वर्ष में पूरा करने के निर्देश दिए।

नालागढ़ में उत्तर भारत के पहले ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र की आधारशिला

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज जिला सोलन की नालागढ़ तहसील के दभोटा में उत्तर भारत के पहले 1 मेगावाट क्षमता के ग्रीन हाइड्रोजन संयंत्र की आधारशिला रखी। यह परियोजना ₹9.04 करोड़ की लागत से हिमाचल प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (HPPCL) और ऑयल इंडिया लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में विकसित की जा रही है।

परियोजना को 1 वर्ष में पूरा करने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को एक वर्ष की समय सीमा में इस परियोजना को पूरा करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर उन्होंने हिमाचल प्रदेश को मार्च 2026 तक भारत का पहला हरित ऊर्जा राज्य बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
यह संयंत्र राज्य की नवीकरणीय ऊर्जा यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा।

सौर ऊर्जा और अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा

हिमाचल सरकार ने 26 अप्रैल 2023 को ऑयल इंडिया लिमिटेड के साथ MoU साइन किया था।
इस समझौते के तहत सौर ऊर्जा, जियोथर्मल ऊर्जा और कम्प्रेस्ड बायो गैस के विकास पर कार्य किया जाएगा।
संयंत्र के लिए 4,000 वर्ग मीटर भूमि का चयन किया गया है।

संयंत्र की उत्पादन क्षमता और प्रक्रिया

यह संयंत्र क्षारीय पोटाशियम हाइड्रोक्साइड घोल के इलेक्ट्रोलाइसिस के माध्यम से ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करेगा।
इस प्रक्रिया से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी आएगी और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।
संयंत्र की प्रति दिन 423 किलोग्राम ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन की क्षमता होगी।

जल और बिजली की खपत

प्रति किलोग्राम हाइड्रोजन उत्पादन के लिए 13 लीटर पानी की आवश्यकता होगी, जिसे ट्यूबवेल से प्राप्त किया जाएगा।
प्रति किलोग्राम हाइड्रोजन के उत्पादन में 52.01 यूनिट बिजली की खपत होगी।
संयंत्र द्वारा सालाना 1,54,395 किलोग्राम ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादित करने की योजना है।

हिमाचल सरकार का 500 मेगावाट सौर ऊर्जा लक्ष्य

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 500 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में लगातार काम कर रही है।
इस परियोजना से हिमाचल प्रदेश नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनेगा।

यह परियोजना न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे उत्तर भारत में हरित ऊर्जा की दिशा में एक बड़ा कदम है!

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