हिमाचल प्रदेश में सीमा पार से चिट्टा (हेरोइन) की तस्करी बढ़ रही है, जिससे युवाओं में नशे की लत गहराती जा रही है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इस पर लगाम लगाने के लिए सख्त कार्रवाई कर रही हैं।
सीमा पार से आ रही नशे की सप्लाई
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता कुलदीप राठौर ने हिमाचल में drug trafficking को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि border areas से chitta (heroin) की सप्लाई remote villages तक पहुंच रही है। तस्कर illegal routes का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे हिमाचल के युवा नशे की चपेट में आ रहे हैं। कुलदीप राठौर का कहना है कि foreign nationals भी इस तस्करी में शामिल हैं और उन्हें जेलों में भरने की बजाय deport किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों पर रोक लग सके। उन्होंने Shimla में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य के rural areas में नशे की जड़ें गहरी होती जा रही हैं, जिससे समाज और युवा पीढ़ी प्रभावित हो रही है।
सख्त कानून और ठोस कार्रवाई की जरूरत
राठौर ने मांग की कि नशे की तस्करी को रोकने के लिए stricter laws बनाए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि Congress government बनने के बाद से हिमाचल में drug mafia के खिलाफ strict action लिया जा रहा है, लेकिन इस नेटवर्क को पूरी तरह खत्म करने के लिए all-state cooperation जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि neighboring states से हिमाचल में चिट्टा सप्लाई हो रहा है और वहां भी कड़ी कार्रवाई की जरूरत है, ताकि drug supply chain को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
राजनीतिक दलों को मिलकर करनी होगी कार्रवाई
कुलदीप राठौर ने कहा कि उन्होंने State Assembly में special discussion का प्रस्ताव रखा था, ताकि नशे के खिलाफ प्रभावी रणनीति बनाई जा सके। उन्होंने सभी political parties से अपील की कि वे blame game छोड़कर collective efforts करें। हिमाचल की 68 विधानसभा सीटों में हर नेता को अपने स्तर पर नशे के खिलाफ कड़ा रुख अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि ruling party और opposition दोनों को एक साथ आकर drug-free Himachal बनाने के लिए काम करना चाहिए, ताकि युवाओं को इस खतरनाक जाल से बचाया जा सके।