टांडा मेडिकल कॉलेज को मिलेगा हिमाचल का पहला सर्जिकल रोबोट, टेंडर प्रक्रिया पूरी

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टेंडर प्रक्रिया पूरी, सबसे पहले टांडा को मिलेगा ऑपरेशन करने वाला रोबोट हिमाचल के बड़े स्वास्थ्य संस्थानों में से ऑपरेशन करने वाला रोबोट सबसे पहले टांडा मेडिकल कॉलेज को मिलने जा रहा है। शिमला का सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल चमियाना फंक्शनल न होने के कारण इस रेस में पिछड़ गया है।

हिमाचल प्रदेश के टांडा मेडिकल कॉलेज में जल्द ही पहला सर्जिकल रोबोट स्थापित होगा। टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, और यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा है।

टांडा मेडिकल कॉलेज को मिलेगा पहला सर्जिकल रोबोट

हिमाचल के प्रमुख health institutions में से ऑपरेशन करने वाला robot सबसे पहले टांडा मेडिकल कॉलेज को मिलने जा रहा है। शिमला का सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल Chamyana अभी पूरी तरह functional न होने के कारण इस रेस में पीछे रह गया है। हालांकि, दोनों अस्पतालों के लिए tender process एक साथ पूरी हुई थी और इसे एक साथ finalize किया गया था।

फंडिंग प्रक्रिया और वित्तीय मंजूरी

टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब स्वास्थ्य सचिव ने प्रधान सचिव finance department को मामला भेजा है और 54 करोड़ रुपए की मांग की गई है। Health department ने यह सुझाव दिया है कि पहले टांडा मेडिकल कॉलेज को ही funds allocation किया जाए, क्योंकि वहां robot installation जल्द से जल्द संभव है। वहीं, सुपर स्पेशियलिटी चमियाना को बाद में financial assistance दी जा सकती है, जब यह अस्पताल robotic surgery के लिए तैयार होगा। फिलहाल, यहां कई विभागों को IGMC Shimla से shift नहीं किया जा सका है।

रोबोटिक सर्जरी: हिमाचल के लिए नई तकनीक

Robotic surgery हिमाचल के लिए पूरी तरह new concept है और यह मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का dream project भी है। उन्होंने अपने budget speech में इसकी घोषणा की थी। यही कारण है कि अगला बजट आने से पहले टांडा मेडिकल कॉलेज के लिए purchase process पूरी करने की योजना बनाई गई है।

बजट और टेंडर प्रक्रिया

पहले चरण में हिमाचल के दो बड़े अस्पतालों में इस सुविधा की स्थापना पर करीब ₹80 crore खर्च होंगे। स्वास्थ्य विभाग ने पिछले महीने ही tender process पूरी की थी। इस टेंडर को High Court में चुनौती भी दी गई थी, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के जवाब के बाद कोर्ट ने पूरी प्रक्रिया को legally valid माना है।

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