बारिश का ग्राफ सामान्य से 56 फीसदी कम रहा है। आठ जिलों में तो बारिश का आंकड़ा अब तक दस एमएम से भी कम रहा है। सिर्फ दो जिला ऐसे हैं, जहां आंकड़ा 30 एमएम पार कर गया है। 12 फरवरी तक सामान्य बारिश का आंकड़ा 36.8 एमएम रहता है, जबकि इस बार अब तक मात्र 16.3 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
हिमाचल प्रदेश में इस साल बारिश 56 फीसदी कम रही है। राज्य के आठ जिलों में तो 10 एमएम भी बारिश का आंकड़ा नहीं पहुंचा। इस कमी ने कृषि और पानी की स्थिति पर असर डाला है। मौसम विभाग का कहना है कि यह बदलाव मौसम चक्र में आ रहे बदलावों को दिखाता है। राज्यभर में मानसून की कमी को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं।
प्रदेश में बारिश की कमी का सिलसिला जारी
हिमाचल प्रदेश में इस बार rainfall का ग्राफ सामान्य से 56% कम रहा है। आठ जिलों में बारिश का आंकड़ा 10 mm से भी कम रहा, जिससे कृषि और जल स्रोतों पर असर पड़ा है।
कुल्लू और चंबा में सबसे ज्यादा बारिश
अब तक Chamba district में सबसे अधिक 33.4 mm बारिश हुई है, लेकिन यह आंकड़ा भी औसत 52.6 mm से 37% कम है। Kullu district में बारिश 30.7 mm दर्ज की गई, जो कि सामान्य 36.7 mm से 16% कम है।
सिरमौर, बिलासपुर और ऊना में बहुत कम बारिश
Sirmaur district में मात्र 1.1 mm बारिश हुई है, जो कि औसत 28.9 mm से 96% कम है। Bilaspur district में भी केवल 3.5 mm बारिश हुई है, जो कि सामान्य 22.1 mm से 84% कम है। Una district में बारिश 77% कम हुई और यहां सिर्फ 5 mm बारिश रिकॉर्ड की गई।
हमीरपुर, शिमला और कांगड़ा में भी बारिश कम
Hamirpur district में 6.1 mm, Shimla district में 7.8 mm और Kangra district में 9.9 mm बारिश हुई है, जो कि क्रमशः 75%, 72%, और 70% कम है।
लाहुल-स्पीति और मंडी में भी कमी
Lahaul-Spiti और Mandi districts में बारिश का आंकड़ा औसत से 56% कम रहा। Lahaul-Spiti में 19.8 mm और Mandi में 16.4 mm बारिश हुई है, जो कि सामान्य 42.6 mm से काफी कम है।