पालमपुर के सीएसआईआर-आईएचबीटी संस्थान में ट्यूलिप गार्डन आज से आम जनता के लिए खुल गया। रंग-बिरंगे ट्यूलिप के फूलों की खूबसूरती का लुत्फ उठाएं और इस प्राकृतिक नजारे का आनंद लें।
धौलाधार की गोद में खिला ट्यूलिप गार्डन
Dhauladhar Valley की खूबसूरत वादियों में रंग-बिरंगे फूलों के साथ IHBT Palampur Tulip Garden पूरी तरह तैयार है। यह गार्डन न केवल tourists के लिए आकर्षण का केंद्र है, बल्कि Himachal Pradesh tourism को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाने में सहायक है।
देश का दूसरा और हिमाचल का पहला ट्यूलिप गार्डन
पालमपुर स्थित CSIR-IHBT संस्थान का Tulip Garden अपनी national & international identity बना चुका है। Kashmir के बाद यह देश का दूसरा बड़ा ट्यूलिप गार्डन है, जिसे कुछ साल पहले Himalayan Bioresource Technology Institute द्वारा स्थापित किया गया था। इस गार्डन में different tulip species को उगाया जाता है, जिससे यह हिमाचल की natural beauty और tourism industry को आगे बढ़ाने में मदद कर रहा है।
फ्लोरीकल्चर मिशन से किसानों को लाभ
IHBT Palampur केंद्र सरकार और CSIR द्वारा 2021 में शुरू किए गए Floriculture Mission के तहत flower farming को बढ़ावा दे रहा है। इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक farmers को इससे जोड़ना और उनकी income double करना है। Holland दुनिया में सबसे ज्यादा tulip production करने वाला देश है, और वहां से अन्य देशों को tulip bulbs import किए जाते हैं।
वाइस प्रेजिडेंट करेंगे गार्डन का उद्घाटन
Union Minister & CSIR Vice President Dr. Jitendra Singh 26 फरवरी को इस Tulip Garden का inauguration करेंगे। इससे हिमाचल में eco-tourism को और बढ़ावा मिलेगा।
इस बार एक लाख से ज्यादा दर्शकों के आने की उम्मीद
पिछले वर्षों में thousands of visitors ने IHBT Tulip Garden का दीदार किया था। इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि one lakh से ज्यादा लोग इस गार्डन का दौरा कर सकते हैं।
किसानों की आय बढ़ाने पर जोर
CSIR Floriculture Mission का मुख्य उद्देश्य farmers’ income increase करना है। IHBT संस्थान ने tulip bulb production पर काम किया है और इसके बेहतरीन results मिल रहे हैं। इस पहल से हिमाचल में floriculture industry को और मजबूती मिलेगी।