शून्यकाल संसद और विधानसभाओं में वह समय होता है जब जनहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दे बिना किसी पूर्व सूचना के उठाए जा सकते हैं। यह लोकतंत्र में जनता की समस्याओं को सीधे सरकार तक पहुंचाने का प्रभावी माध्यम है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा की स्थानीय निधि लेखा समिति सभापति संजय रतन ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष के साथ संवाद के दौरान कहा कि विधानसभा में पिछले सत्र से शून्यकाल भी आरंभ किया गया है। इससे सदस्यों को जनहित में जरूरी सूचनाओं की जानकारी हासिल करने में सहायता मिलेगी।
शून्यकाल से जनहित सूचनाओं को मिलेगी मजबूती
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में Zero Hour की शुरुआत हो चुकी है, जिससे MLAs को Public Interest Information प्राप्त करने में मदद मिलेगी। Committee Chairman Sanjay Ratan ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष से संवाद के दौरान इसकी जानकारी दी।
शिमला और तपोवन में होते हैं सत्र
हिमाचल विधानसभा के पास Two Legislative Buildings हैं—एक Shimla में और दूसरा Tapovan (Dharamshala) में। Budget Session और Monsoon Session Shimla में होते हैं, जबकि Winter Session Tapovan में आयोजित किया जाता है।
समिति का राष्ट्रीय अध्ययन दौरा
Local Fund Audit Committee इस समय Seven States Study Tour पर है, जिसमें Bihar, West Bengal, Meghalaya, Assam, Odisha, Karnataka और Andhra Pradesh शामिल हैं। समिति 20 फरवरी को Shimla से रवाना हुई और 1 मार्च तक विभिन्न राज्यों का दौरा करेगी।
समिति के सम्मानित सदस्य
समिति में MLAs Kuldeep Singh Rathore, Prakash Rana, Vivek Sharma, Lokendra Kumar और Sudarshan Singh शामिल हैं। इनके साथ Vidhan Sabha Deputy Secretary Rakesh Thakur भी समिति के कार्यों की निगरानी के लिए गए हैं।
बिहार विधानसभा में हुआ सम्मानजनक स्वागत
समिति Saturday को Bihar Vidhan Sabha पहुंची और Assembly Speaker Nand Kishore Yadav से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान Presiding Officers Conference पर चर्चा हुई, जिसमें Himachal Speaker Kuldeep Singh Pathania ने भाग लिया था। Bihar Speaker ने Committee Members को Assembly House का दौरा भी कराया।