चट्टानें खिसकने से चैंबर में सैकड़ों क्यूमेक्स पानी तेजी से उछला, जिसकी चपेट में ये दोनों लोग आ गए। राजीव कुमार गहरी खाई में गिर गया, जबकि सुरजीत का कोई पता नहीं लग सका है। पुलिस ने मौके पार जाकर घटना का जायजा लिया है और जांच जारी है। प्रशासन की ओर से तहसीलदार और पटवारी भी घटनास्थल पर मौजूद थे।
हिमाचल प्रदेश के बनेर प्रोजेक्ट पर हिमखंड गिरने से बड़ा हादसा हुआ। भू-स्खलन की चपेट में दो कर्मचारी आ गए, जिनमें से एक घायल हुआ और दूसरा लापता है। बचाव अभियान जारी
हिमखंड गिरने से बड़ा हादसा
हिमाचल प्रदेश के बनेर जलविद्युत परियोजना में भारी हिमखंड और भू-स्खलन के कारण बड़ा हादसा हुआ। परियोजना के डिसिल्टिंग चैंबर में अचानक कपरून नाले से हिमखंड गिरने के कारण दो कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए।
गेट वाल्व ऑपरेशन के दौरान हादसा
शुक्रवार दोपहर को राजीव कुमार और सुरजीत कुमार चैंबर में बढ़े हुए पानी के स्तर को कम करने के लिए गेट वाल्व का संचालन कर रहे थे। इसी दौरान तेज गति से हिमखंड गिरा, जिससे परियोजना का चैंबर और अन्य संरचनाएं जमींदोज हो गईं।
एक कर्मचारी लापता, दूसरा घायल
भारी चट्टानों के खिसकने से चैंबर में सैकड़ों क्यूमेक्स पानी उछला, जिसकी चपेट में दोनों कर्मचारी आ गए। राजीव कुमार गहरी खाई में गिरकर घायल हो गया, जबकि सुरजीत कुमार लापता है। पुलिस और प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
प्रोजेक्ट को करोड़ों का नुकसान
प्रशासन की ओर से तहसीलदार और पटवारी भी घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार इस आपदा से बनेर प्रोजेक्ट को लगभग चार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।