हमीरपुर जिला प्रशासन माताओं और शिशुओं के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाओं और जागरूकता अभियानों पर काम कर रहा है। DC ने सुरक्षित मातृत्व और नवजात देखभाल को प्राथमिकता देने की बात कही।
सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम की समीक्षा बैठक
ऊना में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित सुरक्षित मातृत्व आश्वासन कार्यक्रम (सुमन) की समीक्षा बैठक मंगलवार को उपायुक्त जतिन लाल की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक का उद्देश्य मातृ एवं नवजात शिशु मृत्यु दर को शून्य करने और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में प्रगति की समीक्षा करना था।
मातृ एवं नवजात स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष जोर
बैठक में मातृ एवं नवजात शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। उपायुक्त ने निर्देश दिए कि गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को निशुल्क और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाएं, जिससे संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिया जा सके।
स्वास्थ्य केंद्रों का व्यापक नेटवर्क
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजीव वर्मा ने बताया कि सुमन कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए 59 स्वास्थ्य उपकेंद्र, 23 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 9 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 5 नागरिक अस्पताल अधिसूचित किए गए हैं। इससे माताओं और नवजात शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं दी जा रही हैं।
महिलाओं की एंटीनेटल केयर (ANC) जांच में वृद्धि
अब तक जिले में 7,317 गर्भवती महिलाओं की एंटीनेटल केयर (ANC) जांच पूरी हो चुकी है। जिले में चार एएनसी जांच का लक्ष्य 86.1 प्रतिशत तक पूरा कर लिया गया है। वहीं, उच्च जोखिम गर्भावस्था की पहचान का लक्ष्य 7.1 प्रतिशत तक प्राप्त किया गया है।
संस्थागत प्रसव दर में वृद्धि
पंजीकृत गर्भवती महिलाओं में संस्थागत प्रसव दर 96.4 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
मातृ मृत्यु दर में आई गिरावट
डॉ. संजीव वर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में मातृ मृत्यु दर में कमी दर्ज की गई है, जो दर्शाता है कि जिले में सुरक्षित मातृत्व सेवाओं में सुधार हो रहा है। इससे भविष्य में नवजात और माताओं की बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।