हरोली पुलिस की कोशिशों से रुबीना नौ साल बाद अपने परिवार से मिल सकी। जानें पूरी कहानी और पुलिस ने कैसे निभाई अहम भूमिका।
रात के समय संदिग्ध हालत में मिली रुबीना
9 फरवरी 2025, को Pandoga Police को एक लड़की संदिग्ध अवस्था में alone wandering मिली। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम Rubina Usman Qureshi बताया और खुद को Mumbai resident बताया, लेकिन इससे ज्यादा जानकारी देने में असमर्थ थी।
पुलिस ने वन स्टॉप सेंटर में करवाई रुबीना की अस्थायी व्यवस्था
Pandoga Police ने रुबीना को सुरक्षित रखने के लिए Ghaluwal One Stop Center में अस्थायी रूप से shift कर दिया। वहीं, Haroli Police Station In-charge सुनील कुमार संख्यान और उनकी टीम रुबीना का असली residence location पता करने में जुट गई।
मुंबई पुलिस की मदद से हुआ असली ठिकाने का पता
लगातार 18 days की मेहनत के बाद Haroli Police ने Mumbai Police से संपर्क किया, जिससे रुबीना के परिवार का सही address verification हो सका। Mumbai Police Officer Madhu ने रुबीना के भाई को जानकारी दी, जिससे परिवार तक पहुंचना संभव हुआ।
वीडियो कॉल से परिवार की पहचान हुई
रुबीना की पहचान सुनिश्चित करने के लिए Haroli Police ने उसका video recording बनाकर Mumbai Police को भेजा। इसे संबंधित थाना के एक कर्मचारी ने अपने इलाके में circulate किया, जिससे रुबीना के family members की पहचान हो सकी।
नौ साल बाद परिवार से मिल पाई रुबीना
करीब 9 years later, रुबीना अपने परिवार से reunite हो पाई। हैरानी की बात यह थी कि उसके पिता किसी कारणवश उसकी missing report दर्ज नहीं करवा सके और 3 years ago उनका निधन हो गया था। वहीं, रुबीना के भाई को भी ज्यादा जानकारी नहीं थी कि उसकी बहन how and where गायब हुई थी।
मुंबई भेजा गया रुबीना को
One Stop Center in-charge कांता देवी, Vice President अनिल, Haroli Police Team और Pandoga Chowki Team ने मुंबई से आए रुबीना के भाई की identity verification करने के बाद उसे hand over कर दिया। Pandoga Chowki’s female officer Poonam ने रुबीना की पहचान सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।