हिमाचल में आपदा से निपटने के लिए राज्य भर में डेढ़ हजार स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया है। हिमाचल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एचपीएसडीएमए) ने नौ जिलों में यह कार्यक्रम पूरा कर लिया है। इससे राज्य की सामुदायिक स्तर की आपदा प्रतिक्रिया क्षमता मजबूत हुई है।
हिमाचल प्रदेश में 4,070 युवाओं को ‘आपदा मित्र’ के रूप में प्रशिक्षित किया जाएगा। ये युवा आपातकालीन स्थितियों में राहत और बचाव कार्यों में अहम भूमिका निभाएंगे।
हिमाचल में आपदा मित्र योजना से 4070 युवा होंगे प्रशिक्षित
हिमाचल प्रदेश में आपदा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए 4,070 युवा स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया जाएगा। यह योजना राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और हिमाचल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (HPSDMA) के सहयोग से लागू की जा रही है।
पहले चरण में 1,500 स्वयंसेवकों को मिला प्रशिक्षण
राज्य में आपदा से निपटने के लिए पहले चरण में 1,500 स्वयंसेवकों को प्रशिक्षित किया गया है। यह प्रशिक्षण नौ जिलों में आयोजित किया गया, जिससे समुदाय-आधारित आपदा प्रतिक्रिया को मजबूत किया जा सके।
दूसरे चरण के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर
दूसरे चरण में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) के तहत, सामुदायिक स्तर पर आपदा तैयारियों को बढ़ाने के लिए NDMA और HPSDMA के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) किया गया है।
किन जिलों में लागू होगी योजना?
‘आपदा मित्र’ योजना हिमाचल प्रदेश के नौ जिलों में लागू की जाएगी:
कांगड़ा – 300 स्वयंसेवक
चंबा – 200 स्वयंसेवक
शिमला – 200 स्वयंसेवक
सोलन – 200 स्वयंसेवक
ऊना – 200 स्वयंसेवक
हमीरपुर – 100 स्वयंसेवक
किन्नौर – 100 स्वयंसेवक
कुल्लू – 100 स्वयंसेवक
लाहुल-स्पीति – 100 स्वयंसेवक
प्रशिक्षण में कौन-कौन होंगे शामिल?
योजना में NCC, NSS, NYKS और भारत स्काउट्स एंड गाइड्स (BS&G) के युवा स्वयंसेवकों को शामिल किया गया है। इनमें –
NCC: 1,500 कैडेट
NSS और NYKS: 750-750 स्वयंसेवक
भारत स्काउट्स एंड गाइड्स: 1,070 स्वयंसेवक
प्रशिक्षण कहां और कैसे होगा?
प्रशिक्षण ABVIMAS, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण केंद्रों में आयोजित किया जाएगा।
20 स्वयंसेवकों को 20 मार्च तक कोट भलवाल (जम्मू, J&K) में एडवांस मास्टर ट्रेनर कार्यक्रम के लिए भेजा गया है।
क्या सुविधाएं मिलेंगी आपदा मित्रों को?
आपातकालीन प्रतिक्रिया किट प्रदान की जाएगी।
तीन साल तक जीवन और चिकित्सा बीमा का लाभ मिलेगा।
प्रशिक्षण के बाद राज्य में आपदा प्रबंधन को और मजबूत करने में योगदान देंगे।
सरकार की प्रतिबद्धता: एक मजबूत आपदा प्रबंधन बल
हिमाचल आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव डीसी राणा ने कहा कि यह योजना राज्य के संवेदनशील क्षेत्रों में एक प्रशिक्षित आपदा प्रबंधन बल तैयार करने, आपातकालीन प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने और राज्य के आपदा लचीलापन को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।