मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने BJP सरकार पर हिमकेयर योजना के तहत निजी अस्पतालों को 350 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस मामले की गहराई से जांच करेगी और दोषियों पर कार्रवाई होगी।
हिमकेयर घोटाले की होगी जांच
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि भाजपा शासनकाल में Himcare Scheme के तहत 1200 करोड़ रुपये की देनदारी दर्ज की गई है, जिसमें से 350 करोड़ रुपये निजी अस्पतालों को दे दिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर ये पैसा मरीजों के सीधे इलाज पर खर्च होता तो बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सकती थीं। सरकारी अस्पतालों में सिर्फ 500 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जबकि प्राइवेट अस्पतालों को massive payouts किए गए हैं। इसमें से 190 करोड़ का भुगतान पहले ही किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब यह जांच की जाएगी कि कितने मरीजों का सही से इलाज हुआ है।
स्वास्थ्य सुविधाओं में होगा सुधार
मुख्यमंत्री ने कहा कि IGMC में MRI Machine 19 साल पुरानी है और टांडा की Cath Lab भी 11 साल पुरानी है। राज्य सरकार अब IGMC, टांडा और नेरचौक में new MRI machines लगाने की योजना बना रही है। आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी। हेल्थ सर्विस और मेडिकल कॉलेज को अलग-अलग किया जाएगा ताकि व्यवस्थाओं में सुधार हो सके।
आयुष्मान योजना का किया खुलासा
मुख्यमंत्री ने बताया कि Ayushman Bharat Scheme एक टॉप-अप स्कीम थी। 2018 के बाद केंद्र से 260 करोड़ रुपये आए, जबकि हिमाचल सरकार ने 200 करोड़ रुपये खर्च किए। अगले एक साल में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में advanced medical facilities जैसे कि PET Scan और robotic surgery की व्यवस्था की जाएगी।