अंतराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पंजीकृत 216 देवी-देवताओं में इस बार अब तक 188 देवी-देवताओं ने राजमाधव मंदिर में हाजिरी भर ली है। इसके अलावा 60 से अधिक गैर पंजीकृत देवी-देवता भी छोटी काशी के मेहमान बन कर आए हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में अब तक 188 देवी-देवता पहुंच चुके हैं, जबकि और के आने की उम्मीद है।
216 पंजीकृत देवताओं में से अब तक 188 ने भरी हाजिरी
अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में अब तक 216 पंजीकृत देवी-देवताओं में से 188 ने राजमाधव मंदिर में हाजिरी भर ली है। इसके अलावा, 60 से अधिक गैर-पंजीकृत देवी-देवता भी इस बार छोटी काशी के मेहमान बनकर पहुंचे हैं।
लगातार बारिश बनी बाधा
हालांकि, इस बार लगातार हो रही बारिश के कारण देवी-देवताओं के आगमन में कमी देखी गई है। पिछले वर्ष 196 पंजीकृत देवी-देवता पहुंचे थे और उनके साथ 100 से अधिक गैर-पंजीकृत देवी-देवता भी आए थे। बारिश की वजह से पड्डल मैदान में महोत्सव के दूसरे दिन भी भक्तों को देवी-देवताओं के दर्शन नहीं हो सके।
पड्डल मैदान जलमग्न, दर्शन में परेशानी
मूसलधार बारिश के कारण पड्डल मैदान में देवता स्थल पूरी तरह पानी में डूब गया है, जिससे देवी-देवताओं को खुले में बैठना पड़ा। भक्तजन उन्हीं स्थानों पर जाकर देवी-देवताओं का आशीर्वाद ले रहे हैं, जहां वे ठहरे हुए हैं।
सुविधाओं की कमी पर उठे सवाल
सर्व देवता समिति के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने बताया कि शिवरात्रि महोत्सव के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन इतने बड़े आयोजन के बावजूद देवी-देवताओं के लिए पड्डल मैदान में पंडाल की उचित व्यवस्था नहीं की गई। बारिश में खुले में बैठने की स्थिति को लेकर प्रशासन की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं।