हिमाचल प्रदेश में क्रिप्टो ठगी के मुख्य आरोपी दुबई में फरार हैं। पुलिस ने हिमाचल और अन्य राज्यों में उनकी संपत्तियों को जब्त किया है। जांच जारी है, आरोपी के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया भी चल रही है।
क्रिप्टो ठगी का मुख्य आरोपी दुबई में फरार; हिमाचल और पंजाब में संपत्तियां जब्त
हिमाचल प्रदेश में 2,500 करोड़ रुपये के क्रिप्टो करंसी ठगी के मुख्य आरोपी, मंडी के सुभाष शर्मा, अब तक दुबई में ही फरार हैं। पुलिस ने उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है और उसकी संपत्तियों को हिमाचल, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और दुबई तक जब्त किया है।
सुभाष शर्मा की संपत्ति जब्ती की स्थिति
स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने हिमाचल प्रदेश में सुभाष शर्मा की संपत्तियों को सीज कर लिया है। पंजाब और दुबई में बनाई गई प्रॉपर्टी की जांच जारी है, और पुलिस मुख्य आरोपी को पकड़ने के लिए जांच-पड़ताल तेज कर रही है।
प्रत्यर्पण प्रक्रिया और केंद्रीय गृह मंत्रालय की भूमिका
हिमाचल पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सुभाष शर्मा के प्रत्यर्पण के लिए पत्र भेजा है। उसके पासपोर्ट को भी सीज कर दिया गया है, जिससे उसकी मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा रही है। आरोपी दुबई में डेढ़ साल से अधिक समय से फरार है, और उसके वीजा के समाप्त होने पर उसकी गिरफ्तारी संभव है।
अब तक की संपत्ति रिकवरी और गिरफ्तारियों की स्थिति
अब तक क्रिप्टो ठगी के मामले में हिमाचल के मुख्य आरोपियों की 48 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज की जा चुकी है। हाल ही में गिरफ्तार हुए पंजाब के विजय कुमार जुनैजा की 50 करोड़ रुपये की संपत्ति की मैपिंग की गई है, लेकिन पंजाब सरकार से इसे जब्त करने की अनुमति अब तक नहीं मिली है।
आरोपियों की गिरफ्तारी और ठगी की रकम की वसूली
अब तक इस मामले में 77 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, लेकिन मुख्य आरोपी सुभाष शर्मा दुबई में आजाद घूम रहा है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए कड़ी कार्रवाई कर रही है ताकि ठगी की रकम की वसूली की जा सके।
आरोपी के पासपोर्ट पर पुलिस की नजर
एसपी कांगड़ा आईपीएस शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि सुभाष शर्मा के पासपोर्ट को सीज किया गया है और उसकी हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा रही है। पुलिस प्रत्यर्पण प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार करके ठगी की संपत्ति को सीज किया जाएगा।