राज्य के शिक्षा मंत्री ने हाल ही में शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलावों की घोषणा की है, जिनका उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना है। साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाया कि वे शिक्षा जैसे गंभीर विषय पर भी राजनीति कर रहे हैं और जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष के आरोपों को शिक्षा मंत्री ने बताया खोखला
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर द्वारा प्रदेश सरकार पर स्कूल बंद करने के आरोपों को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि जय राम ठाकुर का यह बयान भी उनके पिछले कार्यकाल में किए गए खोखले वादों की तरह ही है।
पूर्व सरकार के कार्यकाल में शिक्षा व्यवस्था बदहाल
रोहित ठाकुर ने कहा कि जब मौजूदा कांग्रेस सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था की हालत बेहद खराब थी। 3600 से अधिक स्कूल एक ही शिक्षक के भरोसे चल रहे थे, 350 स्कूलों में तो शिक्षक तक नहीं थे, और करीब 15,000 पद खाली पड़े थे। 90 प्रतिशत कॉलेजों में प्रिंसिपल के पद भी रिक्त थे।
कांग्रेस सरकार ने लिए त्वरित सुधारात्मक कदम
शिक्षा मंत्री ने बताया कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही 15,000 शिक्षकों के पद मंजूर किए। इनमें से 5500 से अधिक शिक्षकों की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है। प्राथमिक शिक्षा विभाग में 3900 शिक्षक नियुक्त हो चुके हैं और 3100 पदों पर भर्ती प्रक्रिया राज्य चयन आयोग के माध्यम से जारी है।
प्रारंभिक शिक्षा और स्मार्ट यूनिफॉर्म पर भी फोकस
शिक्षा मंत्री ने आगे कहा कि प्रारंभिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए 6200 एनटीटी शिक्षकों की नियुक्ति आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जा रही है। इसके अलावा वर्दी वितरण में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार ने “Smart Uniform DBT Scheme” शुरू की है ताकि गड़बड़ियों पर रोक लगाई जा सके।