हमीरपुर (हिमाचल) में पंचायत और व्यापार मंडल सफाई से दूरी बना रहे हैं। खुले में गंदगी फैलने से स्थानीय लोग परेशान। प्रशासन से जल्द समाधान की मांग उठी।
सलौणी बाजार में सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई
सलौणी (हमीरपुर)। उपमंडल बड़सर के सलौणी कस्बे में सार्वजनिक शौचालय संचालन के विवाद के साथ सफाई व्यवस्था भी बुरी तरह चरमरा गई है। बाजार में हर तरफ गंदगी फैली हुई है, जिससे आम नागरिकों और दुकानदारों दोनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पंचायत और व्यापार मंडल के बीच सफाई को लेकर टकराव
व्यापार मंडल और पंचायत प्रतिनिधियों के बीच सफाई जिम्मेदारी को लेकर खींचतान जारी है। नतीजतन, पूरे बाजार क्षेत्र में सफाई का कार्य अधर में लटका हुआ है और कोई भी पक्ष स्पष्ट रूप से जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं दिख रहा।
खुले में पसरी गंदगी से बढ़ा संक्रमण का खतरा
एनएच किनारे बसे इस बाजार में गंदे पानी की निकासी और कचरा फेंकने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं है। सड़क किनारे कचरे के ढेर लगे हुए हैं, जिससे संक्रमण और महामारी फैलने का खतरा लगातार बढ़ रहा है।
नालियों में जमी गंदगी और कूड़े के ढेर
सलौणी बाजार में नालियों में गंदगी भरने से पानी का बहाव रुक गया है। कई जगहों पर बदबू इतनी तीव्र है कि राहगीरों का गुजरना भी मुश्किल हो गया है। बाजार में जगह-जगह कूड़े के ढेर जमा हो गए हैं।
जिम्मेदारी को लेकर बनी असमंजस की स्थिति
स्थानीय लोग शिकायत करें तो करें किससे, इसे लेकर भी संशय है। न तो पंचायत ने स्पष्ट भूमिका निभाई है और न ही व्यापार मंडल ने सफाई कार्य की जिम्मेदारी पूरी तरह संभाली है। कस्बे में कूड़ा फेंकने के लिए कूड़ेदान या नियमित कचरा संग्रहण की कोई व्यवस्था नहीं है।
पंचायत और व्यापार मंडल ने दिए सफाई को लेकर बयान
सलौणी पंचायत प्रधान अमिता शर्मा ने कहा कि बाजार क्षेत्र की नालियों और कचरे की सफाई पंचायत के अधीन नहीं आती। वहीं व्यापार मंडल प्रधान सैंपू सोनी ने कहा कि व्यापार मंडल निजी तौर पर सफाई अभियान चलाने की रणनीति बना रहा है।
प्रशासन ने दिए सफाई अभियान तेज करने के निर्देश
प्रशासन ने आदेश दिए हैं कि कस्बे में जल्द से जल्द कूड़ेदान लगाए जाएं और नालियों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही खुले में कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।