हिमाचल प्रदेश की 108 एंबुलेंस सेवा ने अब तक 3,147 महिलाओं की डिलीवरी एंबुलेंस में कराई है। यह सेवा दुर्गम इलाकों में भी जीवन रक्षक बनी हुई है, जहां समय पर अस्पताल पहुंचना मुश्किल होता है।
108 एंबुलेंस सेवा ने रचा नया कीर्तिमान
हिमाचल प्रदेश में सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के सहयोग से मेडस्वान फाउंडेशन द्वारा संचालित 108 एंबुलेंस सेवा ने एक नई उपलब्धि हासिल की है। 15 जनवरी, 2022 को शुरू हुई इस सेवा ने अब तक 78,000 गर्भावस्था मामलों समेत कुल 4.27 लाख आपात स्थितियों को सफलतापूर्वक संभाला है।
एंबुलेंस में हुए 3,060 से अधिक सुरक्षित प्रसव
108 सेवा के माध्यम से अब तक 3,060 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव एंबुलेंस में ही कराया गया है। यह सेवा विशेष रूप से उन इलाकों में कारगर साबित हुई है, जहां अस्पतालों तक समय पर पहुंचना संभव नहीं हो पाता।
दूरदराज़ क्षेत्रों में बनी जीवन रेखा
हर नौ घंटे में औसतन एक डिलीवरी के साथ, यह सेवा गर्भवती महिलाओं के लिए एक भरोसेमंद सहारा बन चुकी है। विशेष रूप से दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्रों में, जहां स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित हैं, 108 सेवा ने अपनी उपयोगिता साबित की है।
प्रशिक्षित स्टाफ और डिलीवरी किट से लैस
108 एंबुलेंस में तैनात प्रशिक्षित स्टाफ और डिलीवरी किट की मदद से कई जटिल प्रसव सफलतापूर्वक रास्ते में ही कराए गए हैं। इससे न केवल जच्चा-बच्चा की जान बची है, बल्कि समय रहते इलाज की सुविधा भी सुनिश्चित हुई है।
मातृ-शिशु मृत्यु दर में आई गिरावट
अस्पताल पूर्व प्रसव देखभाल और संस्थागत स्वास्थ्य सेवाओं के इस प्रभावी संयोजन ने गंभीर जटिलताओं को समय रहते टालने में मदद की है। इससे राज्य में मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने में उल्लेखनीय योगदान मिला है।
चुनौतीपूर्ण इलाकों में भी उपलब्ध 24×7 सेवा
हिमाचल के दुर्गम इलाकों में भी 108 एंबुलेंस सेवा चौबीसों घंटे उपलब्ध है। यह सेवा राज्य के आपातकालीन स्वास्थ्य ढांचे की रीढ़ बन गई है और स्वास्थ्य सूचकांकों को लगातार मजबूत कर रही है।