मनाली-जांस्कर मार्ग पर फोर बाई फोर वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। शिंकुला दर्रा बहाल होने से जांस्कर घाटी के 20 हजार से अधिक लोगों को बड़ी राहत मिल गई है। बीआरओ योजक परियोजना की 126 आरसीसी के जवानों ने दिन-रात काम कर 20 फुट ऊंची बर्फ की दीवार पिघलाकर यह सफलता हासिल की है।
बीआरओ के जवानों ने 20 फुट ऊंची बर्फ की दीवार हटाकर मनाली-जांस्कर सड़क को खोल दिया है। अब इस रूट पर वाहनों की आवाजाही एक बार फिर शुरू हो गई है, जिससे स्थानीय लोगों और पर्यटकों को बड़ी राहत मिली है।
मनाली-जांस्कर मार्ग पर शुरू हुई फोर बाय फोर वाहनों की आवाजाही
शिंकुला दर्रा बहाल होने के बाद मनाली-जांस्कर मार्ग पर अब फोर बाय फोर वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। इससे जांस्कर घाटी के 20 हजार से अधिक लोगों को बड़ी राहत मिली है।
20 फुट बर्फ हटाकर बीआरओ ने किया रास्ता साफ
बीआरओ की योजक परियोजना के तहत 126 आरसीसी के जवानों ने दिन-रात मेहनत कर 20 फुट ऊंची बर्फ की दीवार को हटाया। इस कठिन कार्य के बाद सड़क बहाल की जा सकी।
मनाली से जुड़ा लेह, खुला नया मार्ग वाया निम्मू-पद्दुम
शिंकुला दर्रे के खुलने से अब मनाली से लेह का संपर्क वाया निम्मू-पद्दुम होकर संभव हो गया है। यह मार्ग विशेष रूप से रणनीतिक और पर्यटकीय दोनों दृष्टिकोण से अहम है।
बीआरओ और प्रशासन ने किया सड़क का निरीक्षण
शुक्रवार को दारचा पुलिस चौकी प्रभारी ने शिंकुला टॉप पहुंचकर सड़क की चैकिंग की। साथ ही बीआरओ और प्रशासन की टीम ने सड़क का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया।
20 वर्षों की मेहनत से तैयार हुआ पद्दुम-निम्मू मार्ग
पिछले दो दशकों की कड़ी मेहनत के बाद बीआरओ ने पद्दुम-निम्मू सड़क का निर्माण कर सीमावर्ती क्षेत्रों को जोड़ने में सफलता पाई है। पहले सिर्फ छोटे वाहन शिंकुला से लेह जाते थे, लेकिन अब नया रास्ता और मजबूत बना है।
शिंकुला टनल निर्माण कार्य भी जल्द होगा शुरू
बीआरओ अधिकारियों के अनुसार, शिंकुला दर्रा खुलने के बाद अब यहां प्रस्तावित टनल का निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू किया जाएगा, जिससे यह मार्ग सालभर खुला रह सकेगा।
पुलिस निरीक्षण के बाद भेजी जाएगी रिपोर्ट
दारचा चैक पोस्ट प्रभारी मेघ सिंह ने बताया कि शिंकुला दर्रे का दौरा कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी, ताकि भविष्य की योजना तैयार की जा सके