मंडी में साइबर ठगों ने एक महिला को तीन घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर बेटे की गिरफ्तारी का डर दिखाया। शातिरों ने महिला से ₹1.60 लाख की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।महिला को फोन पर तीन घंटे तक रखा डिजिटल अरेस्ट में
कोटली में एक महिला को साइबर ठगों ने तीन घंटे तक फोन पर मानसिक दबाव में रखा। शातिरों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताते हुए महिला को डिजिटल अरेस्ट में डाल दिया।
बेटे पर झूठा आरोप लगाकर मांगी फिरौती
ठगों ने महिला को बताया कि उसके बेटे और दोस्तों पर एक लड़की से बलात्कार का आरोप है और लड़की की हालत गंभीर है। उन्होंने कहा कि बेटा शरीफ है और उसे बचाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए ₹1.60 लाख देने होंगे।
खेतों से भागकर पहुंची कोटली बाजार
फोन कॉल सुनकर घबराई महिला तुरंत खेतों से घर गई, गहने निकाले और करीब 7-8 किलोमीटर दूर कोटली बाजार पैदल ही पैसे देने पहुंची।
बरतन दुकानदार मनीष शर्मा ने बचाया लाखों का नुकसान
कोटली बाजार में महिला ने मनीष शर्मा नामक बरतन दुकानदार से पैसे ट्रांसफर करने का आग्रह किया। मनीष को जब पूरा मामला पता चला, तो उन्होंने महिला को समझाकर फोन लिया और बात की।
ठग ने बनाई दूसरी कहानी, मनीष ने दिखाया साहस
फोन पर बात करते हुए ठग ने कहानी बदल दी और खुद को महिला का भाई बताकर ₹20,000 वापस मांगने लगा। लेकिन मनीष को शक हो गया और उन्होंने फोन करने वाले को जमकर सुनाई।
महिला बटेहड़ गांव की निवासी, सूझबूझ से बची ठगी से
महिला ने बताया कि वह बटेहड़ गांव की रहने वाली है और बेटे को बचाने के लिए गहने लेकर आई थी। मनीष शर्मा की सूझबूझ और साहस से महिला एक बड़ी ठगी से बच गई।