हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए घोषणा की है कि स्थापना वर्ष से लेकर अब तक पासआउट होने वाले सभी छात्रों के सर्टिफिकेट डिजीलॉकर पर उपलब्ध होंगे। यह कदम डिजिटल इंडिया क्रांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे पहाड़ी राज्य में शिक्षा को और भी सशक्त बनाया जा सकेगा।
प्रारंभिक चरण में, 2012 से 2024 मार्च तक के शैक्षणिक सत्र में पास होने वाले छात्रों के प्रमाणपत्र डिजिटल रूप से अपलोड कर दिए गए हैं। इसके अलावा, टेट और अन्य परीक्षाओं में सफल उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट भी डिजीलॉकर पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। वर्ष 2011 से 1969 तक के पूर्व छात्रों के लिए भी यह सुविधा जल्द ही उपलब्ध होगी, क्योंकि उनके रिकॉर्ड को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए राज्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवेलपमेंट कारपोरेशन (एचपीएईडीपी) को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वर्ष के अंत तक, हिमाचल बोर्ड के सभी परीक्षार्थियों के पास अपने डिजिटल सर्टिफिकेट होंगे, जिन्हें वे कभी भी दिखा सकते हैं और आवश्यकता पड़ने पर प्रिंट भी निकाल सकते हैं। स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव डा. मेजर विशाल शर्मा ने पुष्टि की है कि डिजीलॉकर पर 2012 से अब तक के सभी सर्टिफिकेट अपलोड कर दिए गए हैं, और नई परीक्षाओं के रिजल्ट के साथ प्रमाण पत्र भी डिजिटल रूप से उपलब्ध कराए जा रहे हैं।