केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के धीमी गति से चल रहे कार्यों को तेजी देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि हिमाचल प्रदेश में फोरलेन निर्माण के दौरान काटे गए हजारों पेड़ों के बदले में पांच गुना पौधे रोपित किए जाएंगे। उनका कहना है कि देश के कई हिस्सों में फोरलेन निर्माण के दौरान पेड़ों को काटने के बजाय ट्रांसप्लांट तकनीक पर ध्यान दिया जा रहा है, लेकिन जहां पेड़ काटे जा रहे हैं, वहां उनकी भरपाई की जाएगी।
हर्ष मल्होत्रा ने एनएचएआई के अधिकारियों से कार्यों की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि नामी कंपनी द्वारा सबलेट किए गए कामों पर भी रिपोर्ट मांगी जाएगी।
स्थानीय लोग भूमि अधिग्रहण में देरी को लेकर नाराज हैं। 2017 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस फोरलेन परियोजना की घोषणा की थी, जिसमें पठानकोट से मंडी की दूरी घटकर 171 किलोमीटर होने की संभावना है। लेकिन भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में देरी के कारण स्थानीय लोग चिंतित हैं।