कृषि विभाग ने ‘मेरी पॉलिसी मेरे हाथ’ नामक विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके तहत किसानों को उनकी फसल बीमा पॉलिसी प्रदान की जाएगी। यह अभियान 31 अक्टूबर तक चलेगा और इसका उद्देश्य हर गांव तक पहुंचना है। यह कार्यक्रम आजादी का अमृत महोत्सव इंडिया-75 के तहत घर-घर वितरण अभियान के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें सभी किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना के बारे में जागरूक किया जाएगा।
कृषि निदेशक कुमद सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 20 फरवरी, 2022 को इस अभियान की शुरुआत की गई थी। इसका उद्देश्य उन किसानों तक पॉलिसी दस्तावेज पहुंचाना है, जिन्होंने बीमा लिया है। इससे पहले किसानों के पास केवल रसीद होती थी, जिससे उन्हें फसल के नुकसान का दावा करने में कठिनाइयाँ आती थीं। अभियान के दौरान सभी जिलों में कृषि विभाग के अधिकारी और कृषि बीमा कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे।
खरीफ और रबी फसलों पर प्रीमियम दरें
कृषि विभाग ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत खरीफ मौसम में मक्की और धान, और रबी में गेहूं और जौ की फसलों को शामिल किया है। खरीफ के लिए प्रीमियम दर 2 फीसदी और रबी के लिए 1.5 फीसदी है। पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना में आलू, टमाटर, अदरक, मटर, और गोभी जैसी फसलें सम्मिलित की गई हैं, जिनका प्रीमियम दर 5 फीसदी रखा गया है।
अब तक 17,94,574 किसानों को इस योजना के तहत कवर किया गया है, जबकि 5,40,621 किसान लाभान्वित हुए हैं। 2016 से लेकर अब तक इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को 105.59 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति दी गई है।