सोमवार को कांगड़ा में टमाटर की कीमतें 130 से 140 रुपए किलो तक पहुंच गईं, जबकि हमीरपुर में यह 120 रुपए प्रति किलो हैं। सब्जियों के दामों में अचानक बढ़ोतरी ने दुकानदारों और ग्राहकों दोनों को परेशान कर दिया है। ग्राहक अब आधा किलो या 250 ग्राम टमाटर खरीदने को मजबूर हैं, जिससे कई रसोईघरों में टमाटर की खुशबू भी गायब हो गई है। कांगड़ा के सब्जी विक्रेता भी कम मात्रा में टमाटर बेचने को मजबूर हैं, और अन्य सब्जियों की कीमतें भी ऊंची बनी हुई हैं।
कांगड़ा में सब्जियों की बढ़ती कीमतों का असर अन्य उत्पादों पर भी देखा जा रहा है। शिमला मिर्च की कीमत 150 रुपए प्रति किलो, फूलगोभी 100 रुपए, और फ्रांसबीन 90-100 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। भिंडी और पत्तागोभी की कीमतें भी क्रमशः 60 और 50 रुपए प्रति किलो हैं। इस महंगाई ने न केवल ग्राहकों की खरीदारी की आदतों को प्रभावित किया है, बल्कि दुकानदारों की बिक्री पर भी नकारात्मक असर डाला है। अब कई ग्राहक महंगे सब्जियों की जगह सस्ती विकल्पों की तलाश कर रहे हैं, जिससे बाजार में खामोशी छा गई है। महंगाई की इस स्थिति ने सभी को चिंता में डाल दिया है, और लोग राहत की उम्मीद कर रहे हैं।