हिमाचल प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड में सीएमडी (मुख्य प्रबंध निदेशक) की महत्वपूर्ण पोस्ट के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। राज्य सरकार ने इस पद के लिए योग्य उम्मीदवारों की तलाश में विज्ञापन जारी किया है। सीएमडी की भूमिका में वित्तीय प्रबंधन, रणनीतिक योजना, और ऊर्जा उत्पादन व वितरण की दिशा में सुधार शामिल होंगे। यह पद ऊर्जा क्षेत्र में कुशलता और नेतृत्व क्षमता की मांग करता है। चयन प्रक्रिया में योग्यताओं के आधार पर उम्मीदवारों का मूल्यांकन किया जाएगा। इस नियुक्ति का उद्देश्य पावर कॉर्पोरेशन की कार्यक्षमता और सेवा की गुणवत्ता को बढ़ाना है।
हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड में अब चेयरमैन और एमडी के पद को मिलाकर सीएमडी की स्थापना की जाएगी, जिसे मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है। शौंगटोंग परियोजना के लिए पटेल कंपनी को कार्य जारी रखने की सिफारिश की गई है, और इसे 2026 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 2012 में दी गई इस परियोजना का निर्माण अब सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद तेज़ी से आगे बढ़ेगा।
इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य पावर कारपोरेशन के कार्यों में सुधार और कार्यक्षमता बढ़ाना है। नई व्यवस्था के तहत, अब चेयरमैन और एमडी का कार्यभार एक ही व्यक्ति, सीएमडी, संभालेगा, जिससे प्रशासनिक बाधाओं को कम किया जा सकेगा। शौंगटोंग परियोजना, जो पिछले कई वर्षों से लंबित थी, अब पटेल कंपनी द्वारा आगे बढ़ाई जाएगी। परियोजना का लक्ष्य 2026 में बिजली उत्पादन प्रारंभ करना है, जो कि राज्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगा।