शिमला में देश के सबसे लंबे 14 किलोमीटर के रोपवे का निर्माण किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए परिवहन विभाग के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि इसकी लागत 1700 करोड़ रुपये से अधिक है, और एनवायरनमेंट क्लियरेंस के लिए 20 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। अब ग्लोबल टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
अग्निहोत्री ने बताया कि इस रोपवे से स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। प्रोजेक्ट में 660 ट्रॉली लगेंगी, जिनकी क्षमता 8 से 10 सवारी की होगी। यह रोपवे तारादेवी से शुरू होगा और इसमें कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें प्रमुख स्टेशन जैसे जूडिशियल कॉम्पलेक्स, आईएसबीटी, रेलवे स्टेशन और सचिवालय शामिल हैं।
उपमुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह प्रोजेक्ट शिमला के पर्यटन के लिए एक संजीवनी साबित होगा और इसे न्यू डेवलपमेंट बैंक की सहायता से बनाया जाएगा, जिसमें हिमाचल की 20 प्रतिशत इक्विटी होगी। उन्होंने उल्लेख किया कि यदि शिमला प्रोजेक्ट सफल होता है, तो परवाणू से शिमला तक 39 किलोमीटर लंबा रोपवे बनाने की योजना है, जो दुनिया का सबसे लंबा रोपवे होगा।
इसके अतिरिक्त, मंडी में बगलामुखी रोपवे का शुभारंभ 5 नवंबर को किया जाएगा और राज्य सरकार बिजली महादेव रोपवे पर भी तेजी से कार्य कर रही है।