ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आयुष्मान भारत योजना के तहत फर्जी क्लेम के मामलों में गड़बड़ी की जांच शुरू कर दी है, जिसमें निजी अस्पतालों द्वारा किए गए क्लेम्स का सत्यापन और मरीजों का फिजिकल वेरिफिकेशन शामिल है। यह जांच यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि अस्पतालों द्वारा किए गए क्लेम वास्तविक हैं या फर्जी बिल बनाकर पैसे हड़पे गए हैं। ईडी ने हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब के कई जिलों में छापेमारी की, जिसमें 88 लाख रुपये नकद, चार बैंक लॉकर, 140 बैंक खाते और अन्य डिजिटल उपकरण जब्त किए गए। सूत्रों के अनुसार, जांच के तहत अब आरोपियों को समन भेजने की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
ईडी की जांच में खुलासा:
ईडी ने निजी अस्पतालों की बैलेंस शीट्स और बैंक खातों की भी जांच की, जिसमें अब तक लगभग 25 करोड़ रुपये की कथित अपराध आय का पता चला है।